सेल्फ हैंडीकैपिंग

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परीक्षा के एक दिन पहले आप किताबों को रटने का प्रयास करते हैं, लेकिन कुछ भी दिमाग में नहीं जाता, और आपको पढ़ने की इच्छा नहीं होती। इस परिस्थिति में सबसे आसान निर्णय जो आप ले सकते हैं, वह है सो जाना। तब आप कम से कम अपने परिवार या दोस्तों के सामने यह बहाना बोल सकते हैं कि आपके सक्षम न होने के कारण नहीं, बल्कि परीक्षा के एक दिन पहले जल्दी सो जाने के कारण आपके अंक अच्छे नहीं आए हैं। यह केवल परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों के लिए ही लागू नहीं होता। जब कभी लोगों को दूसरों को अपनी क्षमता दिखानी होती है, तो वे अक्सर यह सोचते हुए पहले ही से अपनी असफलता के लिए बहाना बता देते हैं कि उनका परिणाम अच्छा नहीं आएगा। वे कुछ इस तरह के बहाने मारते हैं: “मैंने अच्छे से अभ्यास नहीं किया था,” “मेरी तबियत अच्छी नहीं थी,” “मेरी परिस्थिति अच्छी नहीं थी,” इत्यादि। इस तरह की संज्ञानात्मक रणनीति को सेल्फ हैंडीकैपिंग कहा जाता है।

हर कोई दूसरों के द्वारा स्वीकृत होना, अपने अहंकार की रक्षा करना और असफलता को टालना चाहता है। इसी कारण से वे सेल्फ हैंडीकैपिंग का सहारा लेते हैं। लेकिन यदि आप हमेशा दूसरी चीजों को ही जिम्मेदार ठहराते रहें, तो आपको बहुत से बहाने बनाने पडें.गे। चूंकि आपके पास अच्छा प्रदर्शन करने का कोई कारण नहीं है, तो आप अपना अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे, और स्वाभाविक रूप से आप अच्छे परिणाम से दूर हो जाएंगे। यदि आप सेल्फ हैंडीकैपिंग के वश में नहीं होना चाहते, तो आपको स्वयं के प्रति ईमानदार होना चाहिए और आपको अपना अच्छा प्रदर्शन करने का कारण ढूंढ़ना चाहिए। अपने अहंकार का बचाव करने का यही ज्ञानपूर्र्ण रास्ता है।