WATV.org is provided in English. Would you like to change to English?

माता परमेश्वर से मिलना

विदेशी मुलाकाती दल

विदेशी मुलाकाती दल माता परमेश्वर से मिलने के लिए कोरिया का दौरा करते हैं।
उनके देश, भाषाएं और संस्कृतियां अलग हैं, लेकिन वे आत्मिक परिवार हैं; वे माता के प्रेम में एक बन जाते हैं।

70 से अधिक दौरा

वर्ष 2000 के बाद से, 70 से अधिक विदेशी मुलाकाती दल कोरिया का दौरा कर चुके हैं। हर साल औसतन 1,500 से अधिक लोग कोरिया में आकर माता के प्रेम से प्रेरित होते हैं और कोरियाई संस्कृति का अनुभव करते हैं। ये सब माता के प्रेम के कारण हो सकते हैं जो अपने परिवार को गले लगाती हैं।

दुनिया भर में बहुत से लोग माता की लालसा करते हुए जो उनमें से हर एक को अपना हार्दिक प्यार देती हैं, कोरिया का दौरा करना चाहते हैं। चर्च ऑफ गॉड वैश्विक गांव के लोगों को परमेश्वर का प्रेम पहुंचाने के लिए पूरा प्रयास करता है।

कोरिया, 21वीं सदी की तीर्थयात्रा का स्थान

कुछ लोग मसीह के निशानों की खोज में इस्राएल में यरूशलेम की तीर्थयात्रा करते हैं। लेकिन, इस युग में जो स्थान अधिक विशिष्ट है वह है कोरिया। ऐसा इसलिए है क्योंकि कोरिया वह जगह है जहां बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार आत्मा और दुल्हिन आए हैं, जहां आप स्वर्गीय यरूशलेम, माता परमेश्वर से मिल सकते हैं, उनके असीम प्रेम को महसूस कर सकते हैं, और जीवन के जल के वचनों को सीधे सीख सकते हैं।

दुनिया भर में चर्च ऑफ गॉड के सदस्यों के लिए, कोरिया का दौरा करना तीर्थयात्रा पर जाने जैसा है। उनके पास माता के प्रेम का अनुभव करने और उसे सीखने की आकांक्षाएं हैं ताकि वे अपने देशों में लौटकर उसका अभ्यास कर सकें।

बाइबल की भविष्यवाणियों की पूर्णता

बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार, बहुत से लोग पृथ्वी के पूर्व के छोर के देश, कोरिया का दौरा करते हैं।
बाइबल ने भविष्यवाणी की थी कि जातियां स्वर्गीय यरूशलेम माता के पास आएंगी। वचनों के अनुसार, दुनिया भर से सदस्य माता परमेश्वर से मिलने के लिए कोरिया में बादल के समान और कबूतरों के समान उड़ आते हैं।

जाति जाति तेरे पास प्रकाश के लिये और राजा तेरे आरोहण के प्रताप की ओर आएंगे...
ये कौन हैं जो बादल के समान, अपने दरबों की ओर उड़ते हुए कबूतरों के समान चले आते हैं?
यशायाह 60:3, 8

कार्यक्रम

वे बाइबल के सत्य और माता का प्रेम सीखते हैं, स्थानीय चर्चों का दौरा करके स्वर्गीय परिवार से मिलते हैं, और कोरियाई इतिहास और संस्कृति का अनुभव करते हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाइबल सेमिनार

विभिन्न देशों के बुद्धिजीवी लोग माता परमेश्वर के अस्तित्व और उनके प्रेम की गवाही देने के लिए इकट्ठे हुए।

अंतरराष्ट्रीय फोरम & बैठक

फोरमों, सेमिनारों और बैठकों के द्वारा सदस्य मानव जाति के लिए खुशी लाने और वैश्विक मुद्दों को हल करने के लिए विचारों को एकत्रित करते हैं।

सत्य शिक्षण

वे विभिन्न देशों से आए सदस्यों के साथ बाइबल प्रचार के द्वारा नई वाचा का सत्य सीखते हैं और परमेश्‍वर के वचनों को साझा करते हैं।

संस्कृतिक कार्यक्रम

वे अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और पारिवारिक प्रेम साझा करते हैं।

संस्कृति का अनुभव

वे कोरियाई इतिहास और संस्कृति का अनुभव करते हैं और उनमें निहित ज्ञान, शिष्टाचार, और परमेश्वर के सुसमाचार के पदचिन्हों का भी अनुभव करते हैं।

स्थानीय चर्चों का दौरा करना

वे शरीर में आए एलोहीम परमेश्वर के पदचिन्हों पर चलते हुए कोरिया के स्थानीय चर्चों का दौरा करते हैं।

सदस्यों के साथ साक्षात्कार

"मैं सत्य को प्राप्त करने और पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर को महसूस करने के लिए सच में खुश हूं।"

मेरे ख्याल से ऐसा कोई शब्द नहीं है जो माता के अनुग्रह का वर्णन कर सकता है। जब मैं कोरिया आया और स्वर्गीय माता से मिला, तभी सच में मुझे उस प्रेम का, जो माता हर एक को देती हैं, एहसास हो सका।

जेम्स
मैनचेस्टर, इंगलैंड

कोरिया भविष्यवाणी की भूमि है जहां स्वर्गीय माता निवास करती हैं। इसलिए मैं कोरिया में वह जीवन का जल पाने के लिए आया हूं जो हमें सिर्फ माता परमेश्वर से प्राप्त हो सकता है।

नाथन
मेम्फिस, अमेरिका

मैं अनेक बातों की अनुभूति पाने और फ्रांस और यूरोप में जो आत्मिक प्यास से पीड़ित है, परमेश्वर के वचनों का प्रचार करने कोरिया आया हूं।

गील्स
फारी, फ्रांस

सच में, हमारी स्वर्गीय माता सर्वशक्तिमान परमेश्वर हैं। मैंने अपनी आंखों से स्वर्गीय माता की महिमा को देखा है।

कार्लोस फ्रैंक
फोसेट, पेरू

यह कारण कि मैं चर्च ऑफ गॉड को कभी नहीं छोड़ूंगा, माता परमेश्वर है। मैं बचपन से चाहता था कि माता परमेश्वर हों, और केवल यही चर्च हमारी स्वर्गीय माता का गहरा सत्य सिखाता है।

डेविड
सैन डिएगो, अमेरिका

ऊपर की यरूशलेम हमारी माता हैं। मैं बाइबल की सभी भविष्यवाणियों और माता पर विश्वास करती हूं। और मैं जानती हूं कि माता, परमेश्वर हैं।

ल्युदिमिला
ब्लागावेश्चेंस्क, रूस

इस मुलाकात के दौरान, मैंने महसूस किया कि माता हमारी परमेश्वर हैं और उन्होंने हमें चुन लिया है।

मार्क
बर्लिन, जर्मनी

मैं स्वर्गीय पिता और माता को बहुत धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे कोरिया में आने और इस अंत के दिनों में नबी बनने की आशीष दी है।

एलेक्स
दक्षिण अफ्रीका, केप टाउन

इन सभी आशीषों और आत्मिक भोजन के द्वारा जिन्हें मैंने यहां कोरिया में आकर प्राप्त किया, जब मैं अंगोला में लौटता हूं, तो मैं अपना जीवन सुसमाचार के लिए जितना संभव हो उतना समर्पित करना चाहता हूं।

जुआंग सल्वाडोर
लुआंडा, अंगोला

हमारी स्वर्गीय माता के महान प्रेम और बलिदान का प्रतिदान देने का कोई नहीं होगा। परन्तु कम से कम, एक बात जो मैं कर सकता हूं यह है कि इस संसार में उनकी महिमा और प्रशंसा करने के लिए मैं अपने पूरे हृदय से कोशिश करूंगा।

जॉन
बेलेविले, अमेरिका