परविार की खुशी बहुत से लोगों की नव वर्ष की इच्छा की सूची में शामिल होती है। लेकिन, खुशी जन्म से या संयोग से या फिर खुद-ब-खुद नहीं दी जाती। खुशी उन लोगों के पास आती है जो अभ्यास करते हैं और कोशिश करते हैं। आपके परिवार की खुशी के लिए आप किस प्रकार का प्रयास कर रहे हैं? अकेले प्रयास करने के बजाय यदि सभी परिवारवाले साथ में प्रयास करें, तो अवश्य ही सहक्रिया का प्रभाव पैदा होगा। इसलिए परिवारवाले मिलकर परिवार की खुशी के लिए कार्य योजना यानी ‘खुश नियम’ बनाइं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि खुश नियम बनाने के बाद उन्हें अभ्यास में लाना। केवल दो-तीन दिनों के लिए नहीं, पर यदि आप इस महीने से शुरू करके इस वर्ष के अन्त तक नियमों का पालन करते रहें, तो वर्ष के अन्त में आपका परिवार अब से और अधिक खुश होगा, है न?
- टिप्स
- विस्तार से आपके खुश नियम बनाएं।
(दिन में एक बार एक दूसरे को गले लगाएं, झगड़ा करने के बाद दिन समाप्त होने से पहले मेल मिलाप करें, हर दिन की हंसी का अभ्यास करें, इत्यादी) - सिर्फ एक व्यक्ति के द्वारा एकतरफे नियम न बनाएं, लेकिन सभी परिवारवालों की सहमति से हर एक नियम बनाएं।
- जब आपके खुश नियम बनाए जाएं, तब उन्हें ऐसी जगह पर लगाएं जहां सभी परिवारवाले देख सकते हैं।
- यदि आपके परिवार का एक सदस्य नियम तोड़े या उसका पालन करने में हार मान ले, तो प्रेम से उसकी अगुवाई करें।
- कुछ दिनों तक खुश नियम का पालन करने के बाद एक दूसरे के साथ अपनी भावनाओं या विचारों को साझा करने का समय लें।