जब मैं निर्बल होती हूं, तभी बलवन्त होती हूं
ऑकलैंड, न्यूजीलैंड से यू ए री
पाल्मरस्टन नॉर्थ न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप में एक छोटा सा शहर है। यह शहर जवानी और उत्साह से भरा है, और जब मैंने यहां अपना कदम रखा, तो मेरा दिल उत्साह के साथ तेजी से धड़क रहा था। परमेश्वर ने पाल्मरस्टन नॉर्थ में सुसमाचार के कार्य के लिए रास्ता खोल दिया, इसलिए मुझे विश्वास था कि यहां स्वर्गीय परिवार के सदस्य अवश्य होंगे। दूसरी तरफ, मैंने माता के बेचैन मन को महसूस किया जो जल्द से जल्द अपनी संतानों को खोजकर बचाना चाहती हैं, और इससे मैंने अपने खोए हुए भाई-बहनों को खोजने की अति-आवश्यकता महसूस की।
हम जानते हैं कि हम केवल अपनी ईमानदारी के द्वारा सुसमाचार का कार्य नहीं कर सकते। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि परमेश्वर पर पूरी तरह से निर्भर रहकर जीवन जीना हर दिन खुद के साथ संघर्ष करना है। यदि मैंने परमेश्वर के वचन से हथियार न बांधा, तो मैं तुरंत डर गई थी और बिना किसी योजना के अपना समय बर्बाद करती थी।
पहली बार जब मैं शहर के बीच एक पार्क में खड़ी थी, मैंने देखा कि बहुत सारे बेबीलोन के लोग आवाज उठाते हुए अपनी मान्यताओं का प्रचार रहे थे, और मैंने खुद को अकेला खड़ा पाया तब मुझे बहुत छोटा और कमजोर लग रहा था।
जब किसी ने भी परमेश्वर के वचन को ध्यान से नहीं सुना, तो मैं निराश हुई और यहां तक कि मेरा दिल टूट गया था। मुझे परमेश्वर के प्रति खेद महसूस हुआ क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि मेरा कमजोर विश्वास सुसमाचार के मार्ग को रोक रहा है।
जब भी मुझे कठिन लगता था, मैंने सुसमाचार के मिशन को याद किया जो परमेश्वर ने दिया, और अपने आपको संभाला। मैंने परमेश्वर से प्रार्थना की कि मुझे एक आत्मा मिल जाए जो मेरे साथ सुसमाचार का कार्य करे। ईमानदारी से प्रार्थना करने के बाद, मुझे विश्वास हो गया कि भले ही मैं कमजोर हूं पिता और माता के साथ सबकुछ संभव है, और मैं जोश से भर गई। समय बीतने के साथ–साथ, मैं अनुभव कर सकी कि परमेश्वर में कोई भी परिश्रम व्यर्थ नहीं है। परीक्षा और एहसास को बार-बार दोहराने के बाद, सुसमाचार के फलों से जिन्हें मैं चाहती थी, सिय्योन का खलिहान भरने लगा।
सबसे पहले, मैं बहन मारिया का परिचय देना चाहती हूं। जब उसने आत्मा और हमारे स्वर्गीय घर के बारे में अध्ययन किया, तो वह चकित हो गई और उसने यह कहते हुए आत्मा के सिद्धांत के बारे में अधिक जानना चाहा, कि उसने चर्च जहां वह पहले जाती थी, जाना बंद कर दिया क्योंकि वह चर्च बाइबल का पालन नहीं करता था। जैसे वह चाहती थी, वैसे ही उसने सत्य पर पूरा यकीन करने तक लगातार अध्ययन किया। तब, उसने नए सिरे से जन्म लिया और वह खुशी और सेवा करने के मन के साथ हाउस चर्च में आने लगी।
अगला, मैं बहन माराइया का परिचय देना चाहती हूं। जब मैंने पहली बार उससे मुलाकात की, तो वह सत्य पर ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी। हालांकि, जब हम उससे फिर मिले, तो उसने बहुत खुशी से हमारा स्वागत किया, और उस दिन, उसने तुरंत परमेश्वर की संतान बनने की आशीष प्राप्त की। उसने कहा कि वह उत्सुकता से हमारा इंतजार कर रही थी क्योंकि वह चिंतित थी कि वह हमसे फिर नहीं मिल सकेगी। आश्चर्यजनक रूप से, वह जल्दी सुसमाचार का सेवक बन गई और उसने अपने पड़ोसियों की सत्य में अगुवाई की, और उन पड़ोसियों का विश्वास भी बहन के समान बढ़ गया और अब वे परमेश्वर को प्रसन्न कर रहे हैं।
प्रायश्चित्त के दिन की प्रार्थना अवधि के दौरान, परमेश्वर ने भाई ग्रेसन और बहन टिया की सत्य में अगुवाई की। वे उत्साह के साथ सुसमाचार के मिशन को पूरा करने में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। बहन टिया ने अपनी दोस्त एरियाना की सत्य में अगुवाई की, जो सुसमाचार का सेवक बनने के लिए ईमानदारी से परमेश्वर के वचन का अध्ययन कर रही है। इसके अलावा, भाई एलिया सेना में अपना विश्वास बनाए रख रहा है। आराधना स्थान अब उन आत्माओं से भर चुका है जो एलोहीम परमेश्वर से प्रेम करती हैं।
पाल्मरस्टन नॉर्थ में भाई-बहनें परमेश्वर की उपहार, अच्छे उदाहरण और विश्वसनीय सुसमाचार के सेवक हैं। चूंकि वे अभी अभी विश्वास में बढ़ने लगे हैं और उनमें से प्रत्येक के पास अलग-अलग व्यक्तित्व हैं, इसलिए उन्हें एक दूसरे के साथ अनजाने में परेशानी हो सकती है। हालांकि, सभी सदस्य एक दूसरे के साथ ईमानदारी से व्यवहार करने की कोशिश कर रहे हैं और एक साथ नए सिरे से जन्म लेने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पश्चाताप के महत्व को महसूस करने के बाद, वे अपने आपमें झांककर देखने और अपनी कमियों को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
भले ही मैं भी कमजोर हूं, लेकिन 2018 में पाल्मरस्टन नॉर्थ के सुसमाचार का भविष्य उज्ज्वल है। क्योंकि जितना हम कमजोर हैं, उतना अधिक हम परमेश्वर पर निर्भर हो सकते हैं। अब मैं एहसास करती हूं कि जब हम निर्बल होते हैं, तो हम परमेश्वर की शक्ति को महसूस करने और उन पर निर्भर होने के द्वारा बलवन्त हो सकते हैं। मुझे यकीन है कि यदि हम सब पूरी तरह से परमेश्वर के वचन पर निर्भर रहें, तो पाल्मरस्टन नॉर्थ में सुसमाचार का कार्य तेजी से पूरा किया जाएगा। इस वचन को मन में अंकित करते हुए, आज भी मैं उत्साह के साथ आशीष के मार्ग पर चलती हूं।
“इस कारण मैं मसीह के लिये निर्बलताओं में, और निन्दाओं में, और दरिद्रता में, और उपद्रवों में, और संकटों में प्रसन्न हूं; क्योंकि जब मैं निर्बल होता हूं, तभी बलवन्त होता हूं” 2कुर 12:10