परमेश्वर ने सारी छावनी को हमारे वश में कर दिया है
न्यायियों 7:9–15

गिदोन और उसका सेवक फूरा दुश्मन की छावनी में छिपकर मिद्यानी सैनिकों की बातचीत सुन रहे हैं। यह परमेश्वर के वचन के कारण था जो उन्होंने मिद्यानी छावनी के विरुद्ध लड़ने के लिए 300 योद्धाओं को चुनने के बाद कहा था।
“उठ, दुश्मन की छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूं। परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो, तो अपने सेवक फूरा को संग लेकर मिद्यानी छावनी के पास जाकर सुन कि वे क्या कह रहे हैं। उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का साहस होगा।”
उस रात, वे उतर गए और देखा कि मिद्यानी, अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे। और उनके ऊंट समुद्र तट की बालू के किनकों के समान गिनती से बाहर थे।
उस समय, गिदोन ने अपनी सांसों को थाम लिया, तब दो मिद्यानी सैनिकों की बातचीत सुनाई दी।
“मैंने एक स्वप्न देखा। जौ की एक रोटी लुढ़कते लुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई, और डेरे को ऐसा टक्कर मारा कि वह गिर गया, और उसको ऐसा उलट दिया कि डेरा गिरा पड़ा रहा।”
वह जिसने सैनिक की कहानी सुनी, स्वप्न की व्याख्या करने लगा।
“वह रोटी योआश के पुत्र गिदोन नामक एक इस्राएली पुरुष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है। इसका मतलब है कि परमेश्वर ने मिद्यानियों को उसी के हाथ में कर दिया है।”
गिदोन ने जिसने उन दोनों के बीच की बातचीत सुनी, परमेश्वर को दण्डवत् किया, और इस्राएल की छावनी में लौटकर निडरता से कहा,
“उठो! परमेश्वर ने मिद्यानी सेना और पूरी छावनी को हमारे वश में कर दिया है।”
भले ही गिदोन ने युद्ध के लिए सैनिकों को चुना था, लेकिन गिदोन मिद्यानियों के विरुद्ध लड़ने के लिए डरा हुआ था, इसलिए परमेश्वर ने उसे दुश्मन के मुंह से इस्राएल की जीत सुनने दी। आखिरकार, गिदोन को साहस मिला, और उसने निडरता से दुश्मन की छावनी पर हमला किया, और चमत्कार का नायक बन गया कि 300 पुरुषों ने 135,000 सैनिकों को हराया।
परमेश्वर ने गिदोन को जो एक डरपोक था, एक न्यायी के रूप में चुना, इस्राएल को बचाने का मिशन सौंपा और उसे वह पूरा करने दिया। उसी परमेश्वर ने आज हमें चुना है और हमें दुनिया का प्रचार कार्य सौंपा है। डरने या हिचकिचाने का कोई कारण नहीं है। आइए हम उठें! परमेश्वर ने हमें पूरी दुनिया में सुसमाचार का प्रचार करने का कार्य प्रदान किया है।