प्रभु ने मुझे भेजा है ताकि तू फिर दृष्टि पाए
प्रेरितों 9:1–22

जब शाऊल ईसाइयों को पकड़ने के लिए दमिश्क के निकट पहुंचा, तब अचानक उसके चारों ओर आकाश से ज्योति चमकी, और उसने यीशु की आवाज सुनी। इससे वह दमिश्क में तीन दिन तक न तो कुछ देख पाया, और न ही उसने कुछ खाया या पिया।
तब प्रभु ने दमिश्क में रहनेवाले हनन्याह नाम के चेले से दर्शन में कहा,
“खड़ा हो और सीधी कहलाने वाली गली में जा। और वहां यहूदा के घर में जाकर तरसुस निवासी शाऊल नाम के एक व्यक्ति के बारे में पूछताछ कर क्योंकि वह प्रार्थना कर रहा है। उसने एक दर्शन में देखा है कि हनन्याह नाम के एक व्यक्ति ने घर में आकर उस पर हाथ रखे हैं ताकि वह फिर से देख सके।”
हनन्याह ने उत्तर दिया,
“हे प्रभु, मैंने इस व्यक्ति के बारे में बहुत से लोगों से सुना है कि इसने यरूशलेम में आपके पवित्र लोगों के साथ बड़ी बड़ी बुराइयां की हैं। और यहां भी इसको प्रधान याजकों की ओर से अधिकार मिला है कि जो लोग आपका नाम लेते हैं, उन सब को बांध ले।”
फिर भी यीशु ने अपनी इच्छा नहीं बदली और उससे कहा,
“तू चला जा, क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं और इस्राएलियों के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिए मेरा चुना हुआ पात्र है।”
हनन्याह चल पड़ा और उस घर के भीतर पहुंचा। उसने शाऊल पर अपने हाथ रख दिए और कहा,
“हे भाई शाऊल, प्रभु यीशु जो तेरे मार्ग में तेरे सम्मुख प्रकट हुए थे, उन्होंने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।”
फिर तुरंत छिलकों जैसी कोई वस्तु उसकी आंखों से ढलकी और उसे फिर दिखाई देने लगा। वह खड़ा हुआ, और उसने बपतिस्मा लेकर नए मनुष्य के रूप में नया जन्म लिया।
पौलुस प्रेरितों का प्रेरित कहलाता है। ईसाई धर्म में परिवर्तित होने से पहले उसका यहूदी धर्म में उत्साहपूर्ण विश्वास था, और वह शाऊल के नाम में ईसाइयों को धमकी देने और मारने के प्रयास का नेतृत्व करने के लिए बहुत बदनाम था। मगर परमेश्वर ने शाऊल को अपने पात्र के रूप में चुना और उसकी आंखों को प्रकाश देने के लिए हनन्याह को उसके पास भेजा।
इस संसार में ऐसे लोग हैं जो सच्चे परमेश्वर से मिलने की आशा रखते हुए ईमानदारी से प्रार्थना कर रहे हैं। परमेश्वर उनके पास हमें भेजते हैं और उनकी आत्मिक आंखें खोलते हैं और उनसे ही अपने पवित्र नाम का पूरे संसार में प्रचार करवाते हैं। परमेश्वर की इच्छा के अनुसार नई वाचा के सुसमाचार का प्रचार करनेवाले हमारे कदमों के अंत में, वे जो पवित्र आत्मा के युग में प्रेरित पौलुस के जैसे परमेश्वर के सेवक होने के लिए निर्धारित किए गए हैं, हमारा इंतजार कर रहे हैं।