
तब उन्हें फिर एक दूसरे से यह न कहना पड़ेगा कि यहोवा को जानो, क्योंकि, यहोवा की यह वाणी है, छोटे से लेकर बड़े तक, सब के सब मेरा ज्ञान रखेंगे: क्योंकि मैं उनका अधर्म क्षमा करूंगा, और उनका पाप फिर स्मरण न करूंगा। यर्म 31:34
किसी ऐसे व्यकित को क्षमा करना आसान नहीं है जिसने आपके साथ गलत किया है या आपको चोट पहुंचाई है। भले ही आप उसे क्षमा कर दें, लेकिन जब कभी दर्दनाक यादें आपके मन में आती हैं, आप व्यथित हो जाते हैं। आप उसे अपने दिमाग से क्षमा तो करते सकते हैं, लेकिन आपके मन में लगी चोट को पूरी तरह से मिटाना मुश्किल लगता है।
क्या होगा यदि परमेश्वर ने हमें क्षमा तो किया है लेकिन वह हमारे पाप स्मरण करते हैं? जब मैं हमारे पाप के बोझ के बारे में सोचता हूं तब मुझे इन वचनों में कि, “मैं उनका पाप फिर स्मरण न करूंगा,” यह एहसास होता है कि परमेश्वर का प्रेम कितना महान है। भले ही मेरे भाई-बहन गलती करते हों, मैं उन्हें प्रेम के साथ आलिंगन करते हुए स्वर्गीय पिता के सदृश बनना चाहता हूं।