
मौसम सिर्फ आसमान में नहीं होता, लेकिन चेहरे पर भी होता है। एक ठंडी नजर, एक हार्दिक मुस्कान, सूर्य की चमक जैसा उज्ज्वल चेहरा, और काले बादलों जैसा अंधेरा चेहरा… चेहरे के हाव-भाव की तुलना मौसम के साथ की जाती है।
जैसे हम बिना किसी विशेष कारण के एक उज्ज्वल धूप दिन पर प्रसन्न और उत्साहित होते हैं, ठीक वैसे हमें लगता है जब हम एक उज्ज्वल चेहरे के व्यक्ति से मिलते हैं। जब दूसरा व्यक्ति उज्ज्वल चेहरे से देखता है, तब उससे आप सिर्फ प्रसन्न नहीं होते और न ही आपका हृदय कोमल होता है, लेकिन साथ ही वह आपके असुखद भावना को भी निकाल देता है, ठीक जैसे सूर्य की रोशनी काले बादलों को ढकेलती है।
अब आपके चेहरे पर मौसम कैसा है? क्यों न आप इस महीने सूर्य की रोशनी की तरह अपने चेहरे को उज्ज्वल रखें? आपको हर दिन अच्छा लगेगा!
- टिप्स
- आ-ऐ-ई-औ-ऊ कहते हुए अपने चेहरे की मांसपेशियों को आराम दें।
- अपनी आंखों को बड़ा करें और अपने भौहें ऊपर करें।
- अपने गालों को हवा से भरें और हवा फूंकें।
- उंगलियों से अपने मुंह के कोनों को ऊपर धकेल दें।
- दस सेकंड तक अपने मुंह के कोनों को ऊपर धकेल दें।
- अपने परिवार से बात करते समय उज्ज्वल चेहरा रखें।
- मन में सकारात्मक विचार रखें।
- उज्ज्वल चेहरा रखने की आदत बनाने के लिए अभ्यास करें।