एक दूसरे की बराबर चिन्ता करते हुए
सनलैंड, सीए, अमेरिका से बायरोन रिवेल्स
मेरे जीवन में डांस करने का कोई अनुभव नहीं था। एक दिन मुझसे पूछा गया कि क्या मैं बुजुर्गों के लिए डांस के प्रदर्शन में हिस्सा ले सकता हूं? तो मैंने बड़े आभार के साथ उस सुझाव को स्वीकार किया। वास्तव में मुझे डांस करना नहीं आता था, लेकिन मैं आशीष पाने का अवसर खोना नहीं चाहता था।




हमने साथ मिलकर अपनी डांस टीम का नाम रखा और हर दिन डांस का अभ्यास किया। हम सभी ने मिलकर अपने हाथों से डांस के कपड़े बनाए जिन्हें हम उस दिन पहनने वाले थे। हमने देर रात तक जागते हुए कार्यक्रम की तैयारी की। जब हमें थकान हुई, तब हमने एक–दूसरे को कार्यक्रम के इस लक्ष्य का स्मरण दिलाते हुए प्रोत्साहित किया कि बुजुर्गों को खुशी, हंसी और आनन्द दिया जाए।
आखिरकार डांस के कपड़े तैयार किए गए। परन्तु हमारे डांस की तैयारी में बहुत कमी थी। इसलिए सदस्यों ने अपनी व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय निकालकर बड़े यत्न से डांस का अभ्यास किया।


वह कार्यक्रम का दिन आया। जब हमने अपने बेहतरीन डांस का प्रदर्शन किया, तब वरिष्ठ नागरिकों के चेहरे उज्ज्वल हो गए। उनमें से एक ने हमसे कहा, “वह सबसे बढ़िया था।” मुझे अपने अन्दर खुशी महसूस हुई, और मैंने इस बात के लिए परमेश्वर को धन्यवाद दिया कि मैं अपनी कमजोर क्षमता के साथ बुजुर्गों को खुशी दे सका।
इस कार्यक्रम के द्वारा मैंने सीखा कि कैसे सभी सदस्य एक बन सकते हैं। कार्यक्रम की तैयारी करने के दौरान मुझे लगा कि मैं अपने भाइयों के साथ एकजुट होने के लिए प्रोजेक्ट का संचालन कर रहा हूं।




बाइबल हमसे कहती है कि हम मसीह की देह हैं, और हम में से हर एक उसका अंग है, और देह के सभी अंगों को मिलकर एक दूसरे की बराबर चिन्ता करनी चाहिए। बाइबल के वचन के अनुसार मैं भाई–बहनों के साथ एकजुट होते हुए और उनकी मदद करते हुए वैसा सुंदर व्यक्तित्व रखूंगा जैसा परमेश्वर चाहते हैं।
