मैं तुझे भेजता हूं कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र से निकाल ले आए।
निर्गमन अध्याय 3-4

यह तब हुआ जब मूसा जो भेड़-बकरियों को चराता था, होरेब पर्वत के पास गया। मूसा ने एक कटीली झाड़ी को जलते हुए देखा जो भस्म नहीं हो रही थी, और वह उसके निकट गया। तब परमेश्वर ने कहा,
“मैं तेरे पिता का परमेश्वर – अब्राहम, इसहाक और याकूब का परमेश्वर हूं। मैंने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में हैं, उनके दु:ख को निश्चय देखा है; और उनकी चिल्लाहट को सुना है। इसलिये अब मैं उतर आया हूं कि उन्हें मिस्रियों के वश से छुड़ाऊं, और उस देश से निकालकर एक अच्छे और बड़े देश, कनान में पहुंचाऊं जिसमें दूध और मधु की धाराएं बहती हैं। “मैं तुझे फिरौन के पास भेजता हूं कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र से निकाल ले आए।”
मूसा ने यह न जानते हुए कि उसे क्या करना चाहिए, परमेश्वर से जवाब दिया,
“मैं कौन हूं, जो इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले आऊं?”
“निश्चय मैं तेरे संग रहूंगा; मैं हाथ बढ़ाकर उन सब आश्चर्यकर्मों से, जो मिस्र के बीच करूंगा, उस देश को मारूंगा; और उसके पश्चात् मिस्र का राजा तुम को जाने देगा।”
परमेश्वर ने मूसा को उसके साथ होने के सबूत के रूप में ऐसे चमत्कार दिखाए कि उन्होंने मूसा की लाठी को एक सर्प में बदल दिया और मूसा के हाथों को कोढ़ से भर दिया और फिर से पहले की तरह ठीक किया। फिर भी, मूसा केवल बहाना बनाता है:
“मैं बोलने में निपुण नहीं, और मैं तो मुंह और जीभ का भद्दा हूं। हे प्रभु, कृपया किसी और को तू भेज।”
“मनुष्य का मुंह किसने बनाया है? और मनुष्य को गूंगा, या बहिरा कौन बनाता है? और मनुष्य को देखनेवाला, या अंधा कौन बनाता है? मैं तेरे संग होकर जो तुझे कहना होगा वह तुझे सिखलाता जाऊंगा। तेरा भाई हारून तेरी ओर से बात करेगा। इसलिए अब तू इस लाठी को हाथ में लिए जा।”
आखिरकार, मूसा आगे बढ़ा। यह निर्गमन की शुरुआत है।
मूसा विश्वास में दृढ़ था। यदि वह परमेश्वर का वचन है, तो उसने निस्संदेह ही अपनी लाठी को उठाकर अपना हाथ लाल समुद्र के ऊपर बढ़ाया। हालांकि, मूसा भी पहले विश्वास में कमजोर था। उसने केवल परमेश्वर की सख्त आज्ञा से भाग जाने के बारे में ही सोचा।
लेकिन जब उसने परमेश्वर की इच्छा को पूरी तरह से एहसास किया, तो उसने अलग व्यवहार किया। यद्यपि फिरौन जिद्दी और कठोर था और लोग उस पर संदेह करते थे, लेकिन मूसा ने परमेश्वर पर भरोसा किया और उनके वचनों का संपूर्ण रूप से पालन किया। परमेश्वर ने बाइबल के बहुत से कार्यों को मूसा के द्वारा पूरा किया जिसने परमेश्वर के वचन का पालन किया।
चाहे आप अनुभवहीन और कमजोर हैं, लेकिन यदि आप सुसमाचार का प्रचार करने के लिए परमेश्वर के द्वारा बुलाए गए हैं, तो आपको चिंता करने या पीछे हटने की जरूरत नहीं है। परमेश्वर हमारे साथ हैं और हमें सिखाते हैं और हमारी कमियों को भर देते हैं।
लेकिन यदि आपके पास अभी भी साहस नहीं हो, तो परमेश्वर की इच्छा को समझने की कोशिश करें। परमेश्वर उन लोगों को जिन्होंने परमेश्वर को जो बेचैनी से मानव जाति को उद्धार देना चाहते हैं, पूरी तरह से महसूस किया है विश्वास और पवित्र आत्मा की शक्ति देते हैं, और उन लोगों के द्वारा सात अरब लोगों को बचाने का कार्य पूरा करते हैं ।