भविष्यवाणी की तुरही की आवाज

9,930 बार देखा गया

बाइबल ने पहले ही से भविष्यवाणी की है कि स्वर्ग के राज्य का सुसमाचार कैसे चलाया जाएगा और पूरा होगा। परमेश्वर ने बाइबल में सब कुछ लिखा है, जिसमें इस युग में होने वाली बातें और वह प्रक्रियाएं शामिल हैं जिनसे हमें स्वर्ग जाने तक गुजरना चाहिए। जब हम उन्हें एक-एक करके देखें, तो हम परमेश्वर की पूर्वनिर्धारित इच्छा देख सकते हैं जो अद्भुत है।

फिर, कौन सी भविष्यवाणी पूरी होनी बाकी है और हमें अब क्या करना चाहिए? पिता आन सांग होंग ने कहा, “सैनिक तुरही की आवाज पर चलते हैं, और विश्वासी भविष्यवाणी की आवाज पर चलते हैं।” पिता के वचनों को मन की गहराई में अंकित करते हुए, हमें भविष्यवाणी की तुरही की आवाज पर ध्यान देना चाहिए और स्वर्ग के पवित्र लोगों के रूप में परमेश्वर की व्यवस्था और नियमों का पालन करना चाहिए।

सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो

परमेश्वर ने 6,000 वर्षों के उद्धार के कार्य को तीन युगों में विभाजित किया है – पिता का युग, पुत्र का युग, और पवित्र आत्मा का युग – और प्रत्येक युग हर अलग-अलग नाम से कार्य किया, और वह उद्धार के मार्ग पर हमारी अगुवाई करते हैं। हम अब पवित्र आत्मा के युग में जी रहे हैं। आइए हम देखें कि बाइबल हमें क्या करने के लिए कहती है और इस युग में हमें किस प्रकार का मिशन दिया गया है।

और उसने उनसे कहा, “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो। जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा।” मर 16:15-16

यीशु ने भविष्यवाणी की है कि जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा और उसे दंडित किया जाएगा। यहां, हमारे विश्वास की वस्तु जो उद्धार या दण्ड निर्धारित करती है, वह मसीह है जिनका हम प्रचार करते हैं और नई वाचा का सुसमाचार है जो मसीह ने हमें सिखाया है।

इस युग में उद्धारकर्ता, जिनकी बाइबल गवाही देती है, वह मसीह आन सांग होंग है जो यीशु के नए नाम से आए हैं(प्रक 3:12; 2:17)। पवित्र आत्मा के युग में, जो कोई आन सांग होंग के नाम पर विश्वास करता है और बपतिस्मा लेता है, उसी का उद्धार होगा।

आइए हम भविष्यवाणी की तुरही की आवाज के द्वारा देखें कि पवित्र आत्मा के युग में सुसमाचार का प्रचार कहां तक किया जाना चाहिए।

अत: विश्वास सुनने से और सुनना मसीह के वचन से होता है। परन्तु मैं कहता हूं, क्या उन्होंने नहीं सुना? सुना तो अवश्य है; क्योंकि लिखा है, “उनके स्वर सारी पृथ्वी पर, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं।” रो 10:17-18

पवित्र आत्मा के युग में सुसमाचार का प्रचार किया जाना कभी नहीं रुकता, लेकिन यह पूरी दुनिया में यहां तक कि पृथ्वी की छोर तक भी प्रचार किया जाएगा। परमेश्वर ने सुसमाचार का प्रचार पूरी दुनिया में करना पूर्वनिर्धारित किया है, ताकि कोई भी इसे सुनने का अवसर न पाकर उद्धार पाने में नाकाम न हो।

जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ

आइए हम निम्नलिखित भविष्यवाणी के द्वारा जानें कि वह सुसमाचार क्या है, जिसे दुनिया के सभी लोगों को प्रचार किया जाना चाहिए, और यह कि परमेश्वर किसे सुसमाचार का प्रचार करने का कार्य सौंपते हैं।

यीशु ने उनके पास आकर कहा, “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ : और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदा तुम्हारे संग हूं।” मत 28:18-20

“सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो।” “उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।” यह वह मिशन है जो परमेश्वर ने न तो पुराने नियम के समय के संतों को और न ही यीशु के प्रथम आगमन के समय के संतों को लेकिन पवित्र आत्मा के युग में रहने वाले हम लोगों को दिया है। क्योंकि पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से लोगों को बपतिस्मा देना केवल पवित्र आत्मा के युग में ही संभव है।

सुसमाचार जिसका हम का प्रचार करते हैं वह परमेश्वर द्वारा दी गई एक आज्ञा है जिनके पास स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार है। परमेश्वर ने वादा किया है कि यदि हम जाकर सभी लोगों को उनका वचन सिखाते हैं, तो वह जगत के अंत तक सदा हमारे साथ रहेंगे। वर्तमान स्थिति जो हमारे सामने दिखाई पड़ती है, उसके द्वारा हमें नियंत्रित नहीं होना चाहिए, लेकिन परमेश्वर की भविष्यवाणियों पर ध्यान देकर आगे बढ़ना चाहिए। परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं-भविष्यवाणियों पर विश्वास करते हुए, पृथ्वी की छोर तक सुसमाचार का साहसपूर्वक प्रचार करना, यह इस युग में हमारा मिशन है।

कोविड-19 महामारी ने हमारे दैनिक जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। कोविड-19 रोकथाम के दिशानिर्देशों के अनुसार, कई देशों में लॉकडाउन लगाया गया, और उन देशों में जिन पर यात्रा प्रतिबंध लगाया गया लोग अपने पड़ोसियों, रिश्तेदारों और परिवार से जो एक दूसरे से दूर रहते हैं नहीं मिल सकते। चर्च ऑफ गॉड राष्ट्रीय संकट से उबरने के लिए और हमारे सदस्यों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक क्षेत्र की स्थिति के अनुसार चर्च में आराधना या ऑनलाइन आराधना मनाता है।

बाइबल में लिखा है कि जाओ, सभी लोगों को सुसमाचार का प्रचार करो। हमें इस मिशन को पूरा करने के लिए क्या करना चाहिए? क्या यह परमेश्वर की इच्छा है कि हम इस समय में बस चुप रहें, जब संक्रामक रोग फैला हुआ है और सभी प्रकार की जलवायु आपदाएं होती हैं?

बाइबल में ऐसी कोई भविष्यवाणी नहीं है जो कहती है कि एक निश्चित स्थिति में सुसमाचार का प्रचार किया जाना बंद होगा। सुसमाचार का द्वार किसी भी स्थिति में व्यापक रूप से खुला है। बाइबल की भविष्यवाणी हमें बताती हैं कि इस समय भी परमेश्वर सभी लोगों को बचाने के लिए अपनी बाहों को खोलकर इंतजार कर रहे हैं(रो 10:20-21)।

सिय्योन के सदस्य बाइबल का ऑनलाइन अध्ययन करते हैं, क्योंकि वे आमने-सामने नहीं मिल सकते, और वे विदेश में रहनेवाले अपने परिवार के सदस्यों और परिचितों को वीडियो कॉल करके एक-दूसरे का हालचाल पूछते हैं और सत्य का प्रचार भी करते हैं। उन्होंने यह विश्वास करते हुए कि सुसमाचार सामरिया में और पृथ्वी की छोर तक भी प्रचार किया जाएगा, प्रचार के एक नए तरीके की खोज की है। वे पहले के विपरीत, ऑनलाइन प्रणाली के द्वारा बाइबल का अध्ययन करते हैं और सुसमाचार का प्रचार करते हैं। उन्हें ऐसा करते हुए देखकर, मैं परमेश्वर की गहरी पूर्व योजना जान सकता हूं जो विपत्तियों में भी मानव जाति को बचाने की कोशिश करते हैं।

निश्चित भविष्यवाणी पर ध्यान दें

यदि हम परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं और उन्हें अमल में लाते हैं, तो सब कुछ बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार पूरा होगा। बाइबल की हर भविष्यवाणी का शब्द विश्वासयोग्य है, इसलिए हम इस पर पूरी तरह से विश्वास कर सकते हैं।

हमारे पास जो भविष्यद्वक्ताओं का वचन है, वह इस घटना से दृढ़ ठहरा। तुम यह अच्छा करते हो जो यह समझकर उस पर ध्यान करते हो कि वह एक दीया है, जो अन्धियारे स्थान में उस समय तक प्रकाश देता रहता है जब तक कि पौ न फटे और भोर का तारा तुम्हारे हृदयों में न चमक उठे। 2पत 1:19

मनुष्य का शब्द पूरा हो सकता है या नहीं भी हो सकता, लेकिन परमेश्वर का वचन निश्चित रूप से पूरा होता है। बाइबल की भविष्यवाणियां अवश्य ही पूरी होती हैं। 2,000 साल पहले जब यीशु इस पृथ्वी पर आए थे तब यीशु ने स्वयं यह तथ्य सिखाया था।

यीशु के साथियों में से एक ने हाथ बढ़ाकर अपनी तलवार खींच ली और महायाजक के दास पर चलाकर उस का कान उड़ा दिया। तब यीशु ने उससे कहा, “अपनी तलवार म्यान में रख ले क्योंकि जो तलवार चलाते हैं वे सब तलवार से नष्ट किए जाएंगे। क्या तू नहीं जानता कि मैं अपने पिता से विनती कर सकता हूं, और वह स्वर्गदूतों की बारह पलटन से अधिक मेरे पास अभी उपस्थित कर देगा? परन्तु पवित्रशास्त्र की वे बातें कि ऐसा ही होना अवश्य है, कैसे पूरी होंगी?” उस समय यीशु ने भीड़ से कहा, “क्या तुम तलवारें और लाठियां लेकर मुझे डाकू के समान पकड़ने के लिये निकले हो? मैं हर दिन मन्दिर में बैठकर उपदेश दिया करता था, और तुम ने मुझे नहीं पकड़ा। परन्तु यह सब इसलिये हुआ है कि भविष्यद्वक्ताओं के वचन पूरे हों।”… मत 26:51-56

जब महायाजकों और फरीसियों की ओर से भेजी गई भीड़ यीशु को पकड़ने के लिए आई, तो पतरस ने यीशु की रक्षा करने के लिए तलवार चलाई और महायाजक के दास मलखुस का कान काट दिया। यीशु ने यह कहते हुए उसे रोका, “क्या तू नहीं जानता कि मैं अपने पिता से विनती कर सकता हूं, और वह स्वर्गदूतों की बारह पलटन से अधिक मेरे पास अभी उपस्थित कर देगा?” जैसे यीशु ने कहा, उनके पास अधिकार और शक्ति थी कि यदि वह चाहते तो वह उन्हें रोक सकते थे। हालांकि, यदि उन्होंने ऐसा किया होता, तो फसह के मेमने की भविष्यवाणी किसने पूरी की होती और पवित्रशास्त्र की बात कैसे पूरी होती कि मसीह स्वयं सभी मानव जाति के पापों को उठाएंगे और पापबलि बनेंगे?

यीशु ने पतरस को बताया कि बाइबल की भविष्यवाणी आंशिक रूप से उनके द्वारा पूरी हो रही है। जब यीशु ने तीन वर्षों के लिए परमेश्वर के वचन का प्रचार किया तब वे किसी भी समय यीशु को पकड़ सकते थे। लेकिन, वे फसह की रात को अचानक यीशु को पकड़ने आए, क्योंकि भविष्यवाणी का समय आ गया था। इसलिए, यीशु अपने चेलों के सामने चुपचाप पकड़वाए गए थे और उन्होंने अपने चेलों को जानने दिया कि बाइबल की हर भविष्यवाणी निश्चित रूप से पूरी होगी।

बहुत से लोग पूछ-पाछ और ढूंढ़-ढांढ़ करेंगे, और इससे ज्ञान बढ़ भी जाएगा

आइए हम इस युग की भविष्यवाणी के बारे में सोचें। परमेश्वर ने हमें वह सब कुछ दिया है जिनकी हमें सारी दुनिया में जाकर सब जातियों के लोगों को सुसमाचार का प्रचार करने के लिए आवश्यकता है। इस युग में बहुत सारी आधुनिक सुविधाएं हैं जैसे कि हवाई जहाज जो हमें दुनिया के दूसरे हिस्से में जल्दी से ले जाते हैं और कंप्यूटर और स्मार्टफोन जो हमें दूर के लोगों के साथ भी संवाद करने में सक्षम बनाते हैं। पवित्र आत्मा के युग में जब विश्व सुसमाचार की भविष्यवाणी पूरी की जाएगी, विज्ञान, ज्ञान और संस्कृति किसी भी पिछली पीढ़ी की तुलना में बहुत तेजी से विकसित हुई है।

“… परन्तु उस समय तेरे लोगों में से जितनों के नाम परमेश्वर की पुस्तक में लिखे हुए हैं, वे बच निकलेंगे। जो भूमि के नीचे सोए रहेंगे उन में से बहुत से लोग जाग उठेंगे, कितने तो सदा के जीवन के लिये, और कितने अपनी नामधराई और सदा तक अत्यन्त घिनौने ठहरने के लिये। तब सिखानेवालों की चमक आकाशमण्डल की सी होगी, और जो बहुतों को धर्मी बनाते हैं, वे सर्वदा तारों के समान प्रकाशमान रहेंगे। परन्तु हे दानिय्येल, तू इस पुस्तक पर मुहर करके इन वचनों को अन्त समय तक के लिये बन्द रख। बहुत से लोग पूछ-पाछ और ढूंढ़-ढांढ़ करेंगे, और इस से ज्ञान बढ़ भी जाएगा।” दान 12:1-4

जब दानिय्येल की पुस्तक लिखी गई थी, तो किसी को नहीं पता था कि यह भविष्यवाणी कैसे पूरी होगी कि, “बहुत से लोग पूछ-पाछ और ढूंढ़-ढांढ़ करेंगे, और इस से ज्ञान बढ़ भी जाएगा।” उन दिनों में, लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जल्दी से यात्रा करने के लिए घोड़े परिवहन का एकमात्र साधन थे। लेकिन, अब एक दिन के जीवन क्षेत्र के रूप में पूरी दुनिया को जोड़ने वाले परिवहन के विभिन्न साधन हैं, इसलिए हम पहले की तुलना में दुनिया भर में सैकड़ों या हजारों गुणा तेजी से यात्रा कर सकते हैं। अतीत में, अधिकांश लोगों ने पुस्तकों के द्वारा ज्ञान प्राप्त किया, लेकिन अब हम इंटरनेट पर खोज करके दुनिया भर से जानकारी बड़ी मात्रा में प्राप्त कर सकते हैं। हम एक बार फिर इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि बाइबल की हर भविष्यवाणी बिना असफल हुए पूरी होगी।

मिशन जो परमेश्वर ने हमें इस युग में दिया है वह सभी लोगों को सुसमाचार का प्रचार करना है। बाइबल कहती है कि जो लोग बहुतों को धर्मी बनाते हैं यानी उनकी स्वर्ग में अगुवाई करते हैं, वे सर्वदा तारों के समान प्रकाशमान रहेंगे। बाइबल की भविष्यवाणी का पालन करना है या नहीं, यह तय करना प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर करता है, लेकिन परमेश्वर ने पहले से ही सुसमाचार को दुनिया के सभी देशों में प्रचार किए जाने के लिए पूर्वनिर्धारित किया है। परमेश्वर ने हमें उद्धार का अनुग्रह प्रदान किया है और हमारे लिए ऐसा मार्ग भी खोला है जिससे हम अन्य लोगों को बचाने की खुशी महसूस कर सकें। बहुत सी आत्माएं हैं जिन्होंने अभी तक शुभ संदेश नहीं सुना है। सिय्योन के भाइयो और बहनो! आइए हम उन्हें परमेश्वर की शिक्षाओं का ईमानदारी से प्रचार करें, ताकि वे अपने अनंत घर, स्वर्ग वापस जा सकें। फिर हम सर्वदा तारों के समान प्रकाशमान रहेंगे।

समय और असमय वचन का प्रचार करो

सुसमाचार का कार्य जिसके द्वारा परमेश्वर पूरी दुनिया को बचाते हैं, वह बिना असफल हुए पूरा होगा। परमेश्वर ने पहले से ही आदि से अंत तक, सुसमाचार के सभी मार्ग निर्धारित किए हैं, और हमारी अगुवाई करते हैं। सुसमाचार निश्चित रूप से पूरा होगा। इसलिए, हम सभी को इसमें भाग लेना चाहिए, ताकि हम परमेश्वर के द्वारा तैयार की गई आशीषों को प्राप्त कर सकें, है न?

परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह करके, जो जीवतों और मरे हुओं का न्याय करेगा, और उसके प्रगट होने और राज्य की सुधि दिलाकर मैं तुझे आदेश देता हूं कि तू वचन का प्रचार कर, समय और असमय तैयार रह… 2तीम 4:1-2

ये वचन न केवल प्रथम चर्च के संतों के लिए बल्कि हमारे लिए भी जो पवित्र आत्मा के युग में जी रहे हैं, लागू होते हैं। यदि हमें सुसमाचार के मूल्य का एहसास हुआ है, तो हमें बस इसमें भाग लेने की आवश्यकता है। यह बताने के लिए भविष्यवाणी की तुरही बज रही है कि हम आगे चलें, इसलिए हमें पीछे नहीं हटना चाहिए। क्या होगा यदि स्वर्गीय कनान में प्रवेश करने से ठीक पहले हम थक जाएं और हार मानकर अलग मार्ग पर चलें? हम स्वर्ग से बहुत दूर होंगे।

फिर उसने मुझ से कहा, “इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी की बातों को बन्द मत कर; क्योंकि समय निकट है। जो अन्याय करता है, वह अन्याय ही करता रहे; और जो मलिन है, वह मलिन बना रहे; और जो धर्मी है, वह धर्मी बना रहे; और जो पवित्र है; वह पवित्र बना रहे।” “देख, मैं शीघ्र आनेवाला हूं; और हर एक के काम के अनुसार बदला देने के लिये प्रतिफल मेरे पास है।” प्रक 22:10-12

उस समय भी जब भविष्यवाणी लगभग पूरी हुई है, जो अन्याय करता है, वह अन्याय ही करता रहता है। लेकिन, स्वर्ग की पवित्र संतान परमेश्वर की धार्मिकता का अभ्यास करते हैं। भले ही एक बाधा होती है, वे इसका एक बहाने के रूप में उपयोग नहीं करते। यह इसलिए है क्योंकि वे जानते हैं कि परमेश्वर की भविष्यवाणी में किसी भी बाधा को हटाने की शक्ति है।

हमें याद रखना चाहिए कि हमारा एक निश्चित लक्ष्य स्वर्ग है। जिनके पास कोई लक्ष्य नहीं है वे असहाय होकर डगमगा सकते हैं। जब इस्राएली जंगल में रहते थे, तब उन्होंने परमेश्वर से भोजन और पानी न होने की शिकायत की। हर दिन होने वाली बातों और अपने आसपास के लोगों के शब्दों से विचलित होकर, वे अपने मूल लक्ष्य, कनान को भूल गए। हालांकि, जिन्होंने अपने लक्ष्य को ध्यान में रखा, केवल वे भविष्यवाणी के अनुसार आगे बढ़े, और परिणामस्वरूप वे प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश कर सके, जहां दूध और मधु की धाराएं बहती थीं।

चाहे कोई भी बाधा हो, विश्व सुसमाचार निश्चय ही पूरा किया जाएगा, क्योंकि मनुष्य नहीं लेकिन परमेश्वर ने इसकी योजना बनाई और इसका संचालन करते हैं। परमेश्वर ने हमारे लिए स्वर्गीय पुरस्कार भी तैयार किए हैं, इसलिए जब स्वर्ग के राज्य का सुसमाचार पूरा होगा, तब वह हम में से प्रत्येक को वह पुरस्कार देंगे। चूंकि परमेश्वर ने वादा किया है कि हर एक के काम के अनुसार बदला देने के लिए प्रतिफल उनके पास है, तो हमें बस यत्नपूर्वक विश्वास के साथ स्वर्ग की ओर दौड़ना चाहिए चाहे हम किसी भी परिस्थिति का सामना क्यों न करें।

जब एक असंभव स्थिति का सामना करने की बात आती है, तो दो प्रकार के लोग होते हैं : जो लोग हार मान लेते हैं, और जो अपनी सोच बदलकर इसे एक अवसर में बदल देते हैं। एक जूता कंपनी ने जूते बेचने का अवसर खोजने के लिए दो कर्मचारियों को अफ्रीका भेजा। जब वे वहां पहुंचे, तो उन्होंने किसी को जूते पहने नहीं देखा। उन्होंने जांच की और वापस मुख्य कार्यालय को रिपोर्ट दी। उनमें से एक ने कहा, “हम यहां जूते नहीं बेच सकते।” दूसरे ने कहा, “यहां कोई भी जूते नहीं पहनता। इसलिए, यहां हमारे लिए बहुत बड़ा बाजार है।” कंपनी ने दूसरे कर्मचारी की राय को स्वीकार किया और जूते पहनने के महत्व और सुविधा का सफलतापूर्वक प्रचार किया, और वह अफ्रीका में नए बाजार खोल सकी।

जैसे कंपनी ने उस व्यक्ति का समर्थन किया जिसने एक कठिन परिस्थिति में भी संभावना देखी, ठीक वैसे परमेश्वर उस व्यक्ति को शक्ति देते हैं जो कुछ करने की कोशिश करता है। परमेश्वर ने वादा किया कि जब हम जल में होकर जाते हैं और जब हम आग में चलते हैं, वह हमारे साथ रहेंगे। यदि हम इस वादे पर विश्वास करते हैं, तो हम खतरनाक परिस्थितियों और वातावरण में भी परमेश्वर की सहायता प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, यदि हम विभिन्न बहाने बनाते हुए संकोच करते हैं, तो हम पवित्र आत्मा के कार्य का अनुभव शायद ही कर सकते हैं।

हमें भविष्यवाणी की तुरही की आवाज पर चलना चाहिए। बाइबल की भविष्यवाणी के अनुसार, स्वर्ग के राज्य का सुसमाचार निश्चित रूप से पृथ्वी की छोर तक प्रचार किया जाएगा। चूंकि भविष्यवाणी की तुरही की आवाज सुनाती है कि, “उठ और प्रकाशमान हो,” इसलिए हमें स्वर्ग की आशीषों से दूर नहीं जाना चाहिए। गिदोन के 300 योद्धा तब चुप रहे थे जब उन्हें मशालों को घड़ों में छिपाने के लिए कहा गया था और जब उन्हें उठकर चिल्लाने के लिए कहा गया था, वे घड़ों को तोड़कर एक साथ चिल्लाए। वैसे ही आइए हम विश्वास के योद्धाओं के रूप में, भविष्यवाणी की तुरही की आवाज पर ध्यान दें और उसके साथ कदम रखें।

आज, हम दुनिया भर में हो रही विपत्तियों के बारे में सुनते हैं। परमेश्वर ने हमें इस कठिन परिस्थिति में भी प्रचार करने के विभिन्न तरीके देकर उद्धार का द्वार व्यापक रूप से खोल दिया है। आइए हम बाधाओं का उपयोग एक बहाने के रूप में करते हुए, सुसमाचार का प्रचार करने के मिशन की उपेक्षा न करें, बल्कि उन अवसरों को खोजें जो परमेश्वर ने दिए। सिय्योन में हमारे स्वर्गीय परिवार के सदस्यो! आइए हम उस परमेश्वर की इच्छा का पालन करें, जो एक आत्मा को पूरे संसार से कहीं अधिक मूल्यवान मानते हैं, और बहुत से लोगों को धार्मिकता की ओर ले आने के लिए अधिक मेहनत करें, ताकि हम सभी एक साथ स्वर्ग की महिमा में भाग ले सकें।