सिय्योन में हमारे भाई और बहनें सभी सात अरब लोगों को बचाने की इच्छा के साथ सुसमाचार प्रचार करने में अपना पूरा मन लगा रहे हैं। जैसे स्वर्गीय पिता ने भविष्यवाणी की थी, हमारे खोए हुए स्वर्गीय परिवार के सदस्यों को ढूंढ़ने के उद्धार का कार्य दुनिया में कोलाहल मचा रहा है और सुसमाचार जो सप्ताह भर का प्रकाश की तरह तेजी से फैल रहा है, पूरी दुनिया को आश्चर्यचकित करता है।
इस समय, आइए हम विश्व सुसमाचार प्रचार के बारे में बाइबल की भविष्यवाणियां और परमेश्वर द्वारा हमें सौंपे गए मिशन को एक बार फिर अपने मन में अंकित करें।
बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार परमेश्वर का सुसमाचार पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है। बहुत से लोग जो जीवन के जल की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो आत्मा और दुल्हिन मुफ्त में देते हैं, स्वर्गीय माता की बांहों में आ रहे हैं। हिमालय में उच्च पर्वतीय गांव, अमेजन के गहरे जंगल में गांव, बहुत गर्म जलवायु वाले भूमध्य रेखा के पास के क्षेत्र जैसे दुनिया के सभी हिस्सों से ये खुशखबरियां प्रधान कार्यालय तक पहुंचाई जा रही हैं।
दुनिया भर में हमारे खोए हुए स्वर्गीय परिवार के सदस्य परमेश्वर के वचन के लिए लालसा कर रहे हैं और सत्य के संदेश का बहुत ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हर समय इस बात को ध्यान में रखते हुए, हमें परमेश्वर को धन्यवाद और महिमा देनी चाहिए जिन्होंने हमें पहले बुलाया और जीवन का जल मुफ्त में दिया, और हमें अपने सारे मन, प्राण और बुद्धि के साथ सभी लोगों को सुसमाचार का प्रचार करना चाहिए।
यीशु ने उनके पास आकर कहा, “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ : और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदा तुम्हारे संग हूं।” मत 28:18-20
यीशु ने अपने स्वर्गारोहण से ठीक पहले कहा, “सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ, उन्हें बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।” उन्होंने अपने चेलों से कहा कि वे सभी लोगों को स्वर्ग में वापस जाने का मार्ग, उद्धार का मार्ग बताएं।
परमेश्वर अपनी संतानों को उद्धार का मार्ग दिखाने के लिए स्वयं शरीर पहनकर आए। 2,000 साल पहले, पिता परमेश्वर इस धरती पर आए थे और हमें जीवन का नियम सिखाने के लिए पवित्र आत्मा के युग में फिर से आए, और माता परमेश्वर इस धरती पर अभी भी हमारे साथ हैं। चूंकि हमने पहले ही से सभी शिक्षाओं को सुना है, इसलिए हमें उन लोगों के पास जाना चाहिए जो अभी तक उद्धार का मार्ग नहीं जानते और उन्हें यीशु के अनुरोध के अनुसार जीवन का संदेश बताना चाहिए। जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाकर उन्हें सुसमाचार प्रचार करना, यह वह मिशन है जिसे हमें इस युग में पूरा करना चाहिए जहां पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दिया जाता है।
परमेश्वर का वचन बिना असफल हुए पूरा होता है और बाइबल की हर भविष्यवाणी निश्चित रूप से पूरी होती है। आइए हम देखें कि परमेश्वर ने उस प्रक्रिया में भविष्यवाणियों के नायकों को क्या आज्ञा दी।
“… परन्तु जो अन्त तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा। और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्त आ जाएगा।” मत 24:13-14
परमेश्वर ने हमें स्पष्ट रूप से सुसमाचार का अंत दिखाया है कि सुसमाचार सब जातियों पर गवाही होने के लिए सारे जगत में प्रचार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि केवल वे ही बचाए जाएंगे जो भविष्यवाणियों पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं और जहां कहीं भी परमेश्वर जाते हैं अंत तक परमेश्वर के पीछे चलते हैं।
त्रिएक के अनुसार, यीशु पिता परमेश्वर यानी यहोवा परमेश्वर हैं जो पुराने नियम में प्रकट होते हैं। पिता परमेश्वर ने कहा, “मैं तो अंत की बात आदि से और प्राचीनकाल से उस बात को बताता आया हूं जो अब तक नहीं हुई”(यश 46:10)। सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने, जो दुनिया की शुरुआत और अंत को देखते हैं, सुसमाचार के भविष्य को पहले से देखा जो पूरी दुनिया में प्रचार किया जाएगा, और इसकी भविष्यवाणी की। विश्व सुसमाचार प्रचार के बारे में परमेश्वर के वचन भी जो बाइबल में दर्ज हैं, एक मात्रा या एक बिन्दु न छोड़ते हुए पूरे हो रहे हैं।
“… और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा। तुम इन सब बातों के गवाह हो।” लूक 24:47-48
लूका की पुस्तक में भी यीशु का यह वचन लिखा गया है कि सुसमाचार सभी जातियों में प्रचार किया जाएगा और हम इन सब बातों के गवाह हैं।
इन सभी बातों के गवाहों और भविष्यवाणियों के नायकों के रूप में, हमें नया नाम यानी पवित्र आत्मा के युग के उद्धारकर्ता का नाम, नई यरूशलेम स्वर्गीय माता जिन्होंने हमें बचाने के लिए इस धरती पर आकर जीवन के वचन सिखाए हैं, और जीवन का सत्य, नई वाचा का प्रचार जल्दी से करना चाहिए, है न? आइए हम दुनिया में हर किसी को प्रचार करें। मुझे यकीन है कि यदि हम यत्न से सुसमाचार का प्रचार करते रहेंगे, तो निश्चित रूप से एक अद्भुत कार्य घटित होगा कि पिता और माता पलक झपकते ही सभी चुने हुए लोगों को इकट्ठा करेंगे।
वह तुरही के बड़े शब्द के साथ अपने दूतों को भेजेगा, और वे आकाश के इस छोर से उस छोर तक, चारों दिशाओं से उसके चुने हुओं को इकट्ठा करेंगे। मत 24:31
परमेश्वर ने कहा कि वह तुरही के बड़े शब्द के साथ अपने दूतों को भेजेंगे और अपनी चुनी हुई संतानों को सभी दिशाओं से इकट्ठा करेंगे। अब हम स्पष्ट रूप से इस दृश्य को देख रहे हैं कि परमेश्वर का जीवन का जल छोटे देशों, क्षेत्रों, और शहरों तक भी बहता है, जिनके नाम हमारे लिए अपरिचित हैं। भविष्यवाणियों के अनुसार, दुनिया की हर जगह में यहां तक कि दुनिया के सुदूर इलाकों तक भी सुसमाचार का प्रचार किया जा रहा है।
परमेश्वर दुनिया भर से सिय्योन के लोगों को इकट्ठा कर रहे हैं। आइए हम भी उद्धार के शुभ समाचार को पुकारें, चुप न रहें। चाहे हम जहां कहीं भी हों, आइए हम उन लोगों को जिन्होंने अभी तक सत्य के वचन नहीं सुना है, उद्धार के शुभ समाचार का प्रचार करने के पवित्र मिशन को पूरा करने की पूरी कोशिश करें।
विश्व सुसमाचार प्रचार आगे बढ़ता रहेगा और अंत में सभी सात अरब लोगों को सुसमाचार का प्रचार किया जाएगा, क्योंकि यह परमेश्वर की इच्छा और प्रशासन है। वह दिन जल्द ही आएगा जब जीवन का वचन पृथ्वी के छोर तक पहुंच जाएगा और परमेश्वर के ज्ञान से पूरी पृथ्वी भर जाएगी(यश 11:9)।
अब, हमें यह देखने के लिए अपने अंदर झांककर देखने की आवश्यकता है कि क्या हम उस मिशन में जो परमेश्वर ने हमें सौंपा है, योगदान दे रहे हैं या नहीं, भले ही वह थोड़ा सा हो। चाहे हम कुछ भी न करें या भविष्यवाणियों के साथ कदम रखते हुए कड़ी मेहनत करें, परमेश्वर से दिए गए अनुग्रह का समय गुजरता रहता है।
क्योंकि पवित्रशास्त्र यह कहता है, “जो कोई उस पर विश्वास करेगा वह लज्जित न होगा।” रो 10:11
“जो कोई उस पर विश्वास करेगा” यह पिता के युग में यहोवा परमेश्वर पर विश्वास करने वाले, पुत्र के युग में यीशु पर विश्वास करने वाले, और इस पवित्र आत्मा के युग में आत्मा और दुल्हिन के रूप में इस धरती पर आए पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर पर विश्वास करने वाले को संकेत करता है। इसलिए, जो लोग प्रत्येक युग में – पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा का युग – उद्धारकर्ता पर विश्वास करते हैं, वे कभी भी लज्जित नहीं होंगे। जब वे इस तरह के विश्वास के मार्ग पर चलते हैं, तब वे पीछे मुड़कर अपने जीवन देखें तो वे बिना शर्म के जीवन जीने पर गर्व महसूस कर सकेंगे। ऐसा करने के लिए, हमें परमेश्वर के वचन पर संपूर्ण विश्वास करना चाहिए और उनका पालन करना चाहिए।
फिर जिस पर उन्होंने विश्वास नहीं किया, वे उसका नाम कैसे लें? और जिसके विषय सुना नहीं उस पर कैसे विश्वास करें? और प्रचारक बिना कैसे सुनें? और यदि भेजे न जाएं, तो कैसे प्रचार करें? जैसा लिखा है, “उनके पांव क्या ही सुहावने हैं, जो अच्छी बातों का सुसमाचार सुनाते हैं!” परन्तु सब ने उस सुसमाचार पर कान न लगाया : यशायाह कहता है, “हे प्रभु, किसने हमारे समाचार पर विश्वास किया है?” अत: विश्वास सुनने से और सुनना मसीह के वचन से होता है। परन्तु मैं कहता हूं, क्या उन्होंने नहीं सुना? सुना तो अवश्य है; क्योंकि लिखा है, “उनके स्वर सारी पृथ्वी पर, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं।” रो 10:14-18
प्रचारक बिना कैसे सुनें? और जिसके विषय सुना नहीं उस पर कैसे विश्वास करें? पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर को जो पवित्र आत्मा के युग में उद्धारकर्ता हैं, समझने और उन पर विश्वास करने के लिए, कोई ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो उनके लिए सत्य के वचनों का प्रचार करता है और उन्हें परमेश्वर की शिक्षाओं के माध्यम से जागृत करता है। किसी को परमेश्वर के वचन के बारे में थोड़ा सा भी जानने देना, यही प्रचार करने का कार्य है। यह वह आज्ञा है जो परमेश्वर ने हमें सौंपा है, और वह मिशन है जिसे हमें पूरा करना चाहिए।
स्वर्ग जाने का मार्ग केवल आत्मा और दुल्हिन जानते हैं, और हम जानते हैं जिन्हें पहले उनके द्वारा सिखाया गया है। जब तक हम प्रचार नहीं करते, कोई भी उस मार्ग को नहीं खोज सकता। इसलिए, परमेश्वर ने हमें सुसमाचार का प्रचार करने का मिशन सौंपा है।
विश्व सुसमाचार प्रचार परमेश्वर की भविष्यवाणियों के अनुसार चलाया जा रहा है। जब उद्धार का कार्य समाप्त हो जाएगा, तो परमेश्वर हमसे पूछेंगे कि क्या हमने उस मिशन को पूरा किया है जो उन्होंने हमें सौंपा था। फिर हमें क्या जवाब देना चाहिए? हमें तोड़ों के दृष्टांत में उस व्यक्ति की तरह कहना नहीं चाहिए जिसने एक तोड़े को जमीन में छिपा दिया, “मैंने बस अपने विश्वास को अपने अंदर रखा।” लेकिन हम सभी को विश्वासयोग्य लोगों की तरह उत्तर देने में सक्षम होना चाहिए, “मैंने पांच तोड़े और कमाए हैं,” या, “मैंने दस तोड़े और कमाए हैं”(मत 25:14–30)।
यह बहुत अच्छा होगा यदि सभी लोग सुसमाचार का पालन करते हैं जब हम उन्हें वचन का प्रचार करते हैं। लेकिन, वे लोग होंगे जो सुसमाचार को सुनने से इनकार करते हैं, और कुछ ऐसे लोग भी होंगे जो सुसमाचार को तो सुनते हैं लेकिन इसे स्वीकार करने से इनकार करते हैं। फिर भी यह इसके साथ समाप्त नहीं होता। यद्यपि वे सत्य को स्वीकार नहीं करते, परमेश्वर का वचन उनके माध्यम से कुछ अन्य लोगों तक पहुंचाया जाता है। इसलिए बाइबल हमें परमेश्वर के वचन का प्रचार करने के लिए कहती है चाहे वे सुनें या न सुनें(यहे 3:11)। जैसे-जैसे हम प्रचार करना जारी रखते हैं, वह दिन निश्चित रूप से आएगा जब हम इस भविष्यवाणी की पूर्णता को देखेंगे: “उनके स्वर सारी पृथ्वी पर और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं”(रो 10:18)।
आपने “तितली प्रभाव” शब्द सुना होगा। “तितली प्रभाव” एक सिद्धांत है कि चीन के बीजिंग में एक तितली के पंखों की फड़फड़ाहट वातावरण को प्रभावित कर सकती है, और समय बीतने के साथ प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे अमेरिका में तूफान आ सकता है। यह एक धारणा है कि छोटे परिवर्तन भारी प्रभाव पैदा कर सकते हैं; तितली के पंखों की फड़फड़ाहट जैसे छोटे कारक तूफान की तरह बड़े परिवर्तन उत्पन्न कर सकते हैं।
नई वाचा के सुसमाचार के कार्य के साथ भी ऐसा ही है। आप सोच सकते हैं, ‘एक व्यक्ति को प्रचार करने का छोटा सा कार्य कैसे विश्व सुसमाचार प्रचार को पूरा कर सकता और दुनिया को बदल सकता है?’ लेकिन, भविष्यवाणियों पर विश्वास करने वालों की चिल्लाहट अब हर जगह में पहुंच रही है और दुनिया पर इसका भारी असर पड़ रहा है।
हम ऐसा नहीं कह सकते कि केवल बाइबल के वचनों को जल्दी और आसानी से दिखाते हुए प्रचार करना ही सही प्रचार है। हमारे नए सदस्यों में से कुछ ऐसे हैं जिन्होंने नए जीवन की आशीष पाने का फैसला किया क्योंकि वे सिर्फ एक संदेश द्वारा प्रभावित हुए थे, “माता परमेश्वर मौजूद हैं।” इसलिए, यद्यपि हम बोलने में चतुर नहीं हैं या हमें ज्यादा ज्ञान नहीं है, लेकिन यदि हमारे पास खोए हुए भाइयों और बहनों को खोजने का मन है, तो हम सभी प्रचार कर सकते हैं। विभिन्न सुसमाचार के उपकरणों के माध्यम से परमेश्वर की महिमा को प्रगट करना भी प्रचार करने के तरीकों में से एक है।
फड़फड़ाने वाली तितली के पंखों से निकलने वाली हवा बहुत कमजोर होती है, लेकिन तितली के पंखों की छोटी सी फड़फड़ाहट से बाद में पृथ्वी के दूसरी तरफ में विशाल तूफान आ सकता है। आइए हम उस मिशन को मन पर उत्कीर्ण करें जो पिता और माता ने हमें सौंपा है, और छोटी-छोटी चीजों से शुरू करें। मुझे यकीन है कि जब हमारे छोटे-छोटे प्रयास एक साथ इकट्ठे हो जाएंगे, तो भविष्यवाणियों के अनुसार, वे पूरी दुनिया को बदलने के लिए एक प्रेरक शक्ति बन जाएंगे।
बाइबल की भविष्यवाणियां अपरिवर्तनीय हैं। जिस तरह एक तितली के कमजोर पंखों की फड़फड़ाहट से बड़े परिणाम निकल सकते हैं, परमेश्वर ने स्पष्ट रूप से भविष्यवाणी की है कि हमारे छोटे कार्य सुसमाचार के कार्य के महान परिणाम लाएंगे।
तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो। छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा। मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा। यश 60:21-22
परमेश्वर ने वादा किया, ‘छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा।’ उन्होंने कहा कि हम, जो छोटे और कमजोर हैं, महान परिणाम लाएंगे, और कहा, “मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा।” इसलिए, “वचन का प्रचार करो, समय और असमय तैयार रह”(2तीम 4:2), इस वचन को याद करते हुए, आइए हम परमेश्वर द्वारा सौंपे गए मिशन को पूरा करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करें।
“सुसमाचार सामरिया और पृथ्वी के छोर तक प्रचार किया जाएगा।” यह एक ऐसा वादा है जो परमेश्वर ने हमसे किया है और एक भविष्यवाणी भी है जिसमें परमेश्वर की इच्छा है। चूंकि परमेश्वर ने पहले ही से इसकी योजना बना ली है, तो इसे कौन रोक सकता है और कौन इसमें बाधा डाल सकता है? परमेश्वर की संतानों के रूप में, आइए हम आसपास की परिस्थितियों को दोष न दें, लेकिन यह विश्वास करते हुए कि शुरुआत से अंत तक परमेश्वर की योजना के अनुसार सब कुछ पूरा हो जाएगा, छोटी से छोटी चीजों में भी परमेश्वर का पालन करें।
हमें ऐसा सोचने की जरूरत नहीं है कि विश्व सुसमाचार प्रचार बहुत कठिन कार्य है। एक विशाल तूफान भी एक छोटे से तितली के पंखों की फड़फड़ाहट से शुरू होता है। वैसे ही, उस क्षण से जब हम पूरे मन से अपने आसपास के लोगों को परमेश्वर के वचन का प्रचार करते हैं, “छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा”, यह महान कार्य शुरू होता है। बाइबल के वचन सिर्फ अक्षरों के रूप में नहीं रहते, लेकिन वे हमारी आंखों के सामने पूरे हो जाएंगे। जीवन के जल की लहरें, जो तितली के पंखों की फड़फड़ाहट के समान कमजोर थीं, जैसे-जैसे वे पृथ्वी के उच्चतम बिंदु से उसके निम्नतम बिंदु तक पहुंचती हैं, अधिक मजबूत और शक्तिशाली होते जा रही हैं।
हालांकि, हमारे आसपास अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अब तक जीवन का संदेश नहीं सुना है। कई ऐसी आत्माएं भी हैं जो सत्य के वचनों को सुनने पर भी उसे पूरी तरह से नहीं समझतीं। मैं आग्रहपूर्वक आपसे कहता हूं कि आप सुंदर होंठ और चमकते पैरों के साथ उन्हें उद्धार का मार्ग सिखाकर उनका जीवन के मार्ग पर मार्गदर्शन करें।
मुझे आशा है कि यह वर्ष एक धन्य वर्ष हो जब हम स्वर्गीय यरूशलेम माता को यह खुशखबरी बता सकेंगे कि परमेश्वर का वचन दुनिया के सभी देशों के हर शहर और हर क्षेत्र में प्रचार किया गया है। इस पृथ्वी की चीजें थोड़े समय के लिए हैं, लेकिन स्वर्ग की चीजें हमेशा के लिए हैं और हम युगानुयुग उसके अधिकारी बने रहेंगे(दान 7:18)। मुझे आशा है कि सभी सिय्योन के भाई और बहनें अनंत चीजों के प्रति यत्नपूर्वक काम करें और सुंदर विश्वास रखें।