लंबरेने में जहां सुसमाचार का द्वार व्यापक रूप से खुला है
गैबॉन के लंबरेने में शॉर्ट टर्म मिशन टीम

गैबॉन की राजधानी, लिब्रेविल के पिश्चम में स्थित एक छोटा शहर, लंबरेने की ओर जाने का रास्ता! उबड़-खाबड़ सड़क पर पांच घंटे तक गाड़ी चलाकर, हम शहर में पहुंचे और हमने सड़क के दोनों तरफ घरों और उनके सामने चलने वाले लोगों देखा। ‘आइए हम अधिक से अधिक लोगों को सत्य का प्रचार करें। आइए हम वापस जाने से पहले एक और आत्मा को बचाएं।’ सबका हृदय जोश के साथ जल गया।
यह वास्तव में एक सार्थक अनुभव था कि हम कोरिया से दूर देश गैबॉन में शॉर्ट टर्म मिशन के लिए आए। लंबरेने के लोग बाइबल के वचनों को बहुत पसंद करते थे। हमने सोचा था कि वे हमसे सतर्क रहेंगे क्योंकि हम एशियाई हैं जो उनसे अपरिचित हैं, लेकिन जब हमने कहा कि हम परमेश्वर के वचनों को उनके साथ बांटना चाहते हैं, तब दस में से नौ लोगों ने यह कहते हुए हमारा स्वागत किया कि “जी हां, अंदर आइए।” एक बुजुर्ग जोड़े ने भी जिनसे हम अबोंगो नामक एक गांव में मिले थे, ऐसा ही किया। उन्होंने लगभग दो घंटे तक हमारे उपदेश के प्रचार को सुना। उसके बाद चार दिनों के लिए उन्होंने सत्य का अध्ययन करना जारी रखा।
बुजुर्ग पति, जिसका नाम माथियास है, ने पहले सत्य प्राप्त किया और खुशी से कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि मुझे अब स्वतंत्रता मिली।” हम भी अभिभूत हो गए। ठीक उसी तरह जैसे हिजकिय्याह ने मंदिर से सभी मूर्तियों को निकाल दिया था, क्योंकि फसह मनाने के बाद उनकी आत्मिक आंखें खुल गई थीं, भाई माथियास ने अपने घर में भरी हुईं सभी मूर्तियों को बिना किसी हिचकिचाहट के हटा दिया। उसकी पत्नी और बेटी ने भी परमेश्वर की संतान बनने की आशीष प्राप्त की।
हम स्पष्ट रूप से महसूस कर सकते थे कि परमेश्वर ने क्यों इतने सारे देशों में से गैबॉन में हमें भेजा। यह इसलिए था क्योंकि वहां स्वर्गीय परिवार के सदस्य जीवन के जल का बेसब्रीसे इंतजार कर रहे थे। हम जिस भी घर में गए तो ऐसे लोगों से मिलते थे, जिन्होंने कभी उद्धार का सत्य नहीं सुना था, और जब हम एक घर में सुसमाचार का प्रचार कर रहे थे, तो पूरा परिवार और पड़ोसी हमारे आसपास इकठ्ठे होते थे।
‘यदि यहां सिय्योन होता, तो अधिक लोग अपनी आत्मिक प्यास बुझा सकते हैं…’
फ्रेंच भाषा में कमजोर होने पर भी, अपने पूरे दिल से प्रचार करते हुए हमें लगा कि शॉर्ट टर्म मिशन का समय बहुत कम है और हमारा मन भर आया।
जब नए भाइयों और बहनों को पता चला कि आराधना मनाने के लिए कोई जगह नहीं है, तो उन्होंने स्वेच्छा से अपने घरों को आराधना स्थान के रूप में उपयोग करने दिया। यह बहुत सुंदर लग रहा था कि उन्होंने परमेश्वर की सेवा करने की कितनी कोशिश की; उन्होंने आराधना मनाने के लिए शालीन कपड़े पहने और अपने हाथों से कढ़ाई किए गए कपड़े से मेजों को ढक दिया। दोपहर और शाम की आराधना में अपेक्षा से अधिक भाई-बहनें आए, इसलिए हमें अधिक कुर्सियां तैयार करनी पड़ीं। खराब वातावरण होते हुए भी हम आभारी थे कि हम अफ्रीका में स्वर्गीय परिवार के सदस्यों के साथ थे।
एक दिन, हम एक व्यक्ति से मिलने गए जिसने हमसे फिर से मिलने का वादा किया था, लेकिन कोई भी घर पर नहीं था। हमने उसके घर के आसपास में प्रचार करने की कोशिश की, लेकिन लोगों से मिलना आसान नहीं था। आखिरकार, हम किसी व्यक्ति से मिले, लेकिन उसने कहा कि वह ईसाई नहीं है, और वचनों को सुनने से इनकार कर दिया। निराश महसूस करने के बजाय, हमने उससे पूछा कि क्या उसे पता है कि हम ईसाई कहां मिल सकते हैं, और उसने घने जंगल के रास्ते की ओर इशारा किया। ऐसा नहीं लगता था कि वहां कोई घर होगा।
रास्ता संकरा था। यह सिर्फ एक व्यक्ति जाने के लिए पर्याप्त था। हम लगभग पांच मिनट तक चले। आश्चर्यजनक रूप से, जंगल के अंत में एक छोटा सा गांव था जो केले के पेड़ों से भरा हुआ था। हम पहले घर पर मिरेइले नाम की एक महिला से मिले। उस दिन, हमने उसे और उसके चार बच्चों को कुछ घंटों तक वचन का प्रचार किया।
अगले दिन, हम उससे फिर से मिलने गए, लेकिन हम में से किसी को भी फ्रेंच भाषा अच्छे से बोलना नहीं आता था, इसलिए हमें पसीने से तरबतर होकर उसे प्रचार करना पड़ा। अध्ययन के बीच में, हमने उससे पूछा, “क्या हम ठीक से फ्रेंच भाषा बोल रहे हैं?” फिर उसने जोर से हंसते हुए कहा, “नहीं। फिर भी मैं समझ सकती हूं।” हम शप्रमदा थे, लेकिन भाषा की उच्च बाधा आत्मा को बचाने की हमारी उत्सुकता को रोक नहीं सकी।
“क्या आप यीशु का नया नाम ग्रहण करना चाहती हैं?”
हमने उससे पूछा और उसने कहा,
“बियां शूर(जरूर)!”
बहन मिरेइले, जो परमेश्वर की संतान बनने के लिए उत्सुक थी, उसके बच्चों और पोतों सहित कुल छह परिवार के सदस्यों ने एक ही दिन में स्वर्गीय परिवार के सदस्य के रूप में नया जन्म लिया। हम अपने खोए हुए स्वर्गीय परिवार के सदस्यों को अफ्रीका के घने जंगल के गांव में ढूंढ़कर इतने उत्साहित थे कि हम अपने आवास में वापस जाने के रास्ते पर नए गीत गाना बंद नहीं कर सकते थे।
इन सभी बहुमूल्य भाइयों और बहनों को अकेला छोड़कर हमें कोरिया वापस जाने का मन नहीं हुआ था। शॉर्ट टर्म प्रचार को समाप्त करने के बाद, हम लिब्रेविल में लौट गए और हमारे शॉर्ट टर्म मिशन की अवधि को बढ़ाकर हम लंबरेने की ओर वापस गए। भाइयों और बहनों को, जिन्हें नहीं पता था कि हम वापस आ रहे हैं, हमारे वापस आने को देखकर बहुत खुशी हुई। हम एशियाई अजनबी थे, जिन्हें वे केवल दो सप्ताह से जानते थे, लेकिन उन्होंने हमारा स्वागत किया और कहा, “हमने हर दिन आपके बारे में सोचा। हम आपको देखना चाहते थे!” हम महसूस कर सकते थे कि हम वास्तव में स्वर्गीय परिवार हैं।
हमने मेहनत से भाइयों और बहनों का दौरा किया और उन्हें वचनों का भोजन दिया। एक बहन थी जिसके बारे में हम सोचना बंद नहीं कर सकते थे। वह बहन मारवा थी। सत्य सुनने के बाद, उसने बड़ी खुशी के साथ नया जीवन प्राप्त किया, लेकिन उसने हमें बताया था कि वह पारिवारिक परिस्थितियों के कारण कुछ दिनों बाद अबोंगो से चली जाएगी। जब हम वहां वापस गए, तो उससे मिलने का कोई रास्ता नहीं था। गांव में कोई नहीं जानता था कि वह कहां गई।
हम उसके बारे में चिंतित थे, लेकिन तब हमें गांव जहां वह रह रही है, और उसकी चाची का नाम पता चला। दोपहर के भोजन के बाद दो घंटे के खाली समय में हम उसे खोजने निकले। जब हम उस गांव में पहुंचे, हम काफी देर तक कई लोगों से यह पूछते हुए घूमते रहे कि वह कहां रहती है, और हम आखिरकार एक नदी के किनारे पर उसे मिल सके, जो अपने बच्चों को धुलाने के लिए आई थी।
हम उसे देखकर बहुत ही उत्तेजित थे। हमें शांत करते हुए, वह हमें अपने घर में ले गई। उसके बिस्तर पर, उपदेश की पुस्तक और बाइबल रखी हुई थीं जो हमने उसे दी थीं। हमें ओढ़नी दिखाते हुए, बहन ने कहा, “देखो, मैंने हर दिन बाइबल पढ़ी और प्रार्थना की।” फिर, हमें एक बार फिर एहसास हुआ कि परमेश्वर ने हमें वहां इसलिए भेजा क्योंकि वहां ऐसी आत्माएं थीं जो उसके जैसे सत्य के लिए तरस रही थीं।
अथपूण दूसरे शॉर्ट टर्म मिशन को समाप्त करने के बाद, हम वापस लिब्रेविल में आए। सब्त के दिन, हम फोन पर बहन मारवा से बात कर रहे थे, तब लिब्रेविले सिय्योनकी एक बहन ने हमसे पूछा कि बहन मारवा कहां रहती है। हमने उसे बताया कि वह लंबरेने के अबोंगो में रहती है। तब बहन ने चकित होकर कहा,
“वह मेरी चचेरी बहन है!”
उसने हमें उद्धार की खुश खबर उसे सुनाने के लिए आंसू बहाते हुए धन्यवाद दिया; वास्तव में, वह हमेशा अपने चचेरी बहन के लिए दुखी महसूस करती थी क्योंकि वह कम उम्र में अपने माता–पिता को खोने के बाद कठोर जीवन जी रही थी। हमने अपने खोए हुए स्वर्गीय परिवार को खोजने की अनुमति देने के लिए परमेश्वर के प्रति आभारी महसूस किया, और उसके साथ आंसू बहाए।
इस शॉर्ट टर्म मिशन के माध्यम से, हमें कई बातों का एहसास हुआ: “सामरिया और पृथ्वी के छोर तक सुसमाचार प्रचार करो” इस परमेश्वर की आज्ञा का पालन करने से हमें कितना ज्यादा आनंद मिलता है, और जिस रास्ते पर हम जाने वाले हैं, उस पर हमारे लिए कितनी बहुमूल्य आशीषें तैयार की गई हैं, और यद्यपि हम पापी हैं जो अपने पाप के कारण पृथ्वी पर आए हैं, फिर भी हम कितना ज्यादा प्रेम प्राप्त कर रहे हैं। यह शॉर्ट टर्म मिशन एक आत्मिक कंपास की तरह था जो हमें स्वर्गीय संतानों के रूप में जाने की दिशा को दिखाता है।
इस प्रेरणा और एहसास को न भूलकर, हम पूर्व और पश्चिम की ओर फिर से दौड़ेंगे क्योंकि दूसरे शहरों और देशों में हमारे भाई और बहनें हैं जो सत्य को जाने बिना आत्मिक प्यास से पीड़ित हैं। हम बेसब्री से आशा करते हैं कि मार्ग जिस पर परमेश्वर पहले चले थे वह एक फूलों का मार्ग बन जाए जो हमारी और हमारे सभी स्वर्गीय परिवार के सदस्यों की स्वर्ग की ओर अगुवाई करता है।