एक बुलफाइटर के कुशल हाथों पर जो एक लाल लबादा हिलाता है, बैल उत्तेजित होता है। दौड़ रहे बैल की पीठ पर बहुत से भाले धंस गए हैं। अंत में, जब एक तलवार की तेज धार बैल की खोपड़ी को छेदता है, तो वह उसी स्थान पर गिर जाता है।
उस बुलफाइटर को जो एक बैल की खोपड़ी को भेदता है, स्पेनिश में मेटाडोर कहा जाता है। आजकल, मेटाडोर काले अधिप्रचार को सुचित करता है जो सत्य को बिगाड़ता है और दूसरे व्यक्ति की झूठी निंदा करने के लिए जनता की राय को नियंत्रित करता है। मेटाडोर गैर-कानूनी रूप से मुंह से मुंह तक फैलता है, और दूसरे व्यक्ति पर घातक प्रहार करता है जैसे कि बुलफाइटर जिसने बैल को लुभाया, उसके तलवार की तेज धार उसकी खोपड़ी को भेदता है।
मेटाडोर जो मूल रूप से दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए था, उससे प्रहार किए गए एक व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार से चोट अवश्य लगेगी। साथ ही, इसे साबित करना और यह जानना कठिन है कि उसकी जिम्मेदारी किसे लेनी है।
बाइबल के इतिहास में भी मेटाडोर मौजूद है। लगभग 2,000 वर्ष पहले, जब यीशु ने नई वाचा के सुसमाचार का प्रचार किया, निहित स्वार्थ वाले यहूदी शास्त्र के जरिए यीशु का सामना नहीं कर सके। इसलिए जिसका उन्होंने इस्तमाल किया वह मेटाडोर था।
क्योंकि यूहन्ना न खाता आया और न पीता, और वे कहते हैं, ‘उसमें दुष्टात्मा है।‘ मनुष्य का पुत्र खाता-पीता आया, और वे कहते हैं ‘देखो, पेटू और पियक्कड़ मनुष्य, महसूल लेनेवालों और पापियों का मित्र!’…मत 11:18-19
प्रधान याजक और सारी महासभा यीशु को मार डालने के लिये उसके विरोध में गवाही की खोज में थे, पर न मिली। क्योंकि बहुत से उसके विरोध में झूठी गवाही दे रहे थे, पर उनकी गवाही एक सी न थी। तब कुछ लोगों ने उठकर उस के विरुद्ध यह झूठी गवाही दी, “हम ने इसे यह कहते सुना है, ‘मैं इस हाथ के बनाए हुए मन्दिर को ढा दूँगा, और तीन दिन में दूसरा बनाऊँगा, जो हाथ से न बना हो’।“ इस पर भी उनकी गवाही एक सी न निकली।मर 14:55-59
जिन यहूदियों ने सभी प्रकार की अफवाहों के साथ यीशु की निंदा की, अपना उद्देश्य पूरा किया। यह एक महान परिणाम था जो उन्होंने मेटाडोर के माध्यम से हासिल किया क्योंकि वे यीशु पर “नासरी कुपंथ[विधर्मी]”(प्रे 24:5) का कलंक लगा सके और यहां तक कि उन्हें क्रूस पर भी चढ़ा सके।
तब, क्या यीशु एक विधर्मी थे जैसा यहूदियों ने हठ किया था? कदापि नहीं! यह तथ्य कि यीशु परमेश्वर हैं जो बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार इस पृथ्वी पर शरीर में आए थे, सभी प्रकार के निंदा और बदनामी के बावजूद भी परिवर्तनीय है।
पवित्र आत्मा के युग में भी जब परमेश्वर हमारे उद्धार के लिए फिर से शरीर में आते हैं, परिस्थिति एक समान है।
वैसे ही मसीह भी बहुतों के पापों को उठा लेने के लिये एक बार बलिदान हुआ; और जो लोग उसकी बाट जोहते हैं उनके उद्धार के लिये दूसरी बार बिना पाप उठाए हुए दिखाई देगा।इब्र 9:28
जब वह दूसरी बार आते हैं, तब जिसके लिए हमें सावधान रहना आवश्यक है वह मेटाडोर है। निराधार अफवाहों से डगमगाए जाने से पहले आइए हम बाइबल पर नजर डालें। कुछ भी सत्य को बदल नहीं सकता और न ही हटा सकता।