अमेरिका में, देश भर में फायर स्टेशन पर हर 24 सेकंड में नई आग लग जाने की रिपोर्ट की जाती है और आग लग जाने के कारण हर दिन सात लोगों की मृत्यु होती है। विशेषकर यहां कैलिफोर्निया में आग हाल ही के वर्षों में और बड़ी समस्या बन गई है क्योंकि जलवायु का और अधिक गरम तथा शुष्क होती जा रही है। इस खतरनाक स्थिति में, परिवार को सुरक्षित रखने के लिए अग्नि सचेतक एक आवश्यक उपकरण हैं। वे विशेषकर तब आवश्यक हैं जब उस घर में हर कोई सो रहा होता है।
दुर्भाग्य से, अग्नि सचेतक जो अधिकांश घरों में हैं, वे छोटे बच्चों को जगाने में इतना प्रभावी नहीं हैं। बाल चिकित्सा जर्नल में हाल ही में छपी शोध के अनुसार, 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के केवल 53% पांच मिनट के बाद ही एक सामान्य अग्नि सचेतक की प्रतिक्रिया में जागते हैं। लेकिन जब शोधकर्ताओं ने सचेतक की ध्वनी को बदल दिया तब एक आश्चर्यजनक बात हुई। सामान्य उच्च पिच वाली ध्वनि के बजाय, शोधकर्ताओं ने अपने बच्चों को पूकार रही माताओं की आवाजों को रिकॉर्ड किया। उनकी माताओं की आवाजों की ध्वनी पर, बच्चों को जागने में औसतन दो मिनट लगे और 91% पांच मिनट के अंदर जाग उठे।
इस शोध ने मुझे उन भाइयों और बहनों की याद दिलाई जो आसन्न विपत्ति के सामने आत्मिक नींद में सो रही दुनिया को जगाने के लिए परिश्रम करते हैं। जैसा पौलुस ने 1कुरिन्थियों अध्याय 13 में कहा, यदि हम प्रेम रहित प्रचार करें तो हम केवल एक ठनठनाता हुआ पीतल और झंझनाती हुई झांझ हैं – बिल्कुल उन अग्नि सचेतकों के समान है जो बच्चों को नहीं जगा सकते। हम कितने धन्य हैं कि हमारी स्वर्गीय माता ने एक एक करके हमारा नाम पुकारते हुए हमें गहरी नींद से जगाया है!
मैं भी शीघ्र ही पूरे संसार में स्वर्गीय माता की प्रेममय आवाज साझा करूंगा ताकि हमारे सभी खोए हुए परिवार के सदस्य जल्दी ही जाग उठें और आनेवाली विपत्ति से बच जाएं।