हीरे के समान

18,688 बार देखा गया

हीरे को मणियों का बादशाह कहा जाता है और यह इस पृथ्वी पर समस्त प्राकृतिक पदार्थों में सबसे अधिक कठोर पदार्थ है। यह कोयले और पेंसिल की सामग्री यानी ग्रेफाइट की तरह कार्बन से बनता है।

हालांकि हीरा, कोयला और ग्रेफाइट एक ही पदार्थ से बने होते हैं, लेकिन कोयला और ग्रेफाइट बहुत आसानी से टूट जाते हैं और इसके विपरीत हीरा पारदर्शी और चमकदार होता है और इसलिए वह अटूट प्रेम का प्रतीक बनता है। ऐसा कैसे हो सकता है?

इनके बीच जो संरचनात्मक फर्क है, उसमें इसका जवाब है। कोयले और ग्रेफाइट में षट्कोण वाले कार्बन परमाणु एक दूसरे से अव्यवस्थित और समतल कण के रूप में जुड़े रहते हैं, इसलिए वे एक हल्के धक्के से भी आसानी से टूट जाते हैं। लेकिन जब वे पृथ्वी के गर्भ में मौजूद बहुत ऊंचे ताप और दबाव में रहते हैं, तब उनकी संरचना सूक्ष्म और परिशुद्ध बनती है और वे उस हीरे में बदल जाते हैं जिससे ज्यादा कठोर और कड़ी पदार्थ इस दुनिया में कोई नहीं है।

देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें! भजन 133:1

जब सिय्योन के भाई–बहनें एक साथ संसार की परीक्षाओं को सहते हुए एक मन बनते हैं, तब परमेश्वर उन्हें भला और मनोहर मानते हैं। उनके तुल्य इस संसार में कोई भी नहीं है। परमेश्वर के अनन्त मणियो! चाहे कितनी भी कठिन परीक्षा से गुजरें, आइए हम अन्त तक धीरज से उसे सह लें और प्रेम से एकजुट रहें।