
फ्रांस का प्रभाववादी कलाकार, पियरे–ओग्युस्त रेन्वार ने उस दिन भी अपने हाथ में ब्रश को नीचे नहीं रखा, जब उसकी उंगलियों में दर्द था। उसके मित्र ने उसे अपनी पीड़ादायक उंगलियों से बड़ी मुश्किल से चित्र बनाते हुए देखा और पूछा।
“इतनी पीड़ा में भी चित्रित करने का कोई कारण है?”
रेन्वार ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया।
“पीड़ा गुजर जाती है, लेकिन सुंदरता बनी रहती है।”