अमेजन के लोग माता की बांहों में

ब्राजील में मनौस चर्च

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“आत्मा और दुल्हिन दोनों कहती हैं, ‘आ!’ और सुननेवाला भी कहे, ‘आ!’ जो प्यासा हो वह आए, और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले।” प्रक 22:17

भले ही बाइबल में स्पष्ट रूप से लिखा है कि जो कोई चाहे वह जीवन का जल बिना किसी मूल्य के प्राप्त कर सकता है जिसे आत्मा और दुल्हिन देते हैं, लेकिन हमने कभी भी नहीं सोचा कि अमेजन के गहरे जंगलों में रहनेवाले आदिवासी भी जीवन का जल पाएंगे। यह हमारा छिछला विचार था। वे भी निश्चय ही सात अरब लोगों में से एक समूह थे, इसलिए परमेश्वर की इच्छा के अनुसार उद्धार का समाचार ब्राजील के आदिवासियों को भी प्रचार किया गया है।

यह भाई इबानिउदोन की एक बात से शुरू हुआ जो ब्राजील के आदिवासियों के क्षेत्र में रहते हुए उन्हें पुर्तगाली सिखाता था। वह हमेशा आराधना मनाने के लिए जहाज से सिय्योन आता था। एक दिन उसने कहा कि वह चाहता है कि हम उस क्षेत्र के मुखिया को वचन का प्रचार करने आएं।

उसकी सलाह सुनकर हम संदेह करने लगे कि क्या ब्राजील के आदिवासी जिनके पास पूरी तरह से अलग संस्कृति और विश्वास है, परमेश्वर के वचन सुनेंगे या उन्हें सुनकर धर्म–परिवर्तन करेंगे। लेकिन यह सोचकर कि वे आदिवासी भी सात अरब लोगों में से हैं, हमने उन्हें सुसमाचार का प्रचार करने की योजना बनाई और आदिवासियों के गांव में जाने के लिए एक मिशन टीम बनाई।

उस गांव में पहुंचने के लिए हमने गाड़ी से एक घंटे तक और फिर जहाज से एक घंटे तक यात्रा की। जब हम वहां पहुंचे, तब मुखिया ने हमारा खुशी से स्वागत किया जैसे वह हमारा इंतजार कर रहे थे। वह इतने अच्छे लग रहे थे कि उन्हें देखते ही हमें लगा कि वह हमारे स्वर्गीय परिवार के सदस्य हैं।

हमने गांव के अंदर जाकर उनके साथ बातचीत की और वचन का अध्ययन करने लगे। हमने बाइबल के द्वारा उन्हें दिखाया कि इस युग के उद्धारकर्ता कौन हैं, और उनसे वह उद्धार की आशीष प्राप्त करने के लिए अनुरोध किया जो परमेश्वर देते हैं। पहले मुखिया ने सत्य ग्रहण करने से इनकार किया था, लेकिन जैसे–जैसे उन्होंने बाइबल का अध्ययन करना जारी रखा, उन्होंने यह कहते हुए कि “हम माता परमेश्वर के द्वारा बचाए जा सकते हैं,” अपनी पत्नी के साथ नए जीवन की आशीष को प्राप्त किया।

उनके परमेश्वर की संतान के रूप में जन्म लेने के बाद, दूसरे मुखियाओं से मिलना आसान हो गया। उनमें से एक मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे जो दूसरे 42 मुखियाओं की देखरेख करते हैं। उन्होंने हमें उस जगह पर आमंत्रित किया जहां वह नए मुखिया को नियुक्त करने वाले थे। वह हमारे लिए बहुत से मुखियाओं से मिलने का अवसर था।

पक्की सड़क पर दो घंटे और कच्ची सड़क पर एक घंटे तक गाड़ी चलाने के बाद हम जंगल के प्रवेश द्वार पर पहुंचे। भाई मुखिया के मार्गदर्शन का पालन करते हुए, हम करीब एक घंटे तक बारिश में भीगते हुए पैदल चले। जंगल इतना घना था कि हम आसमान भी नहीं देख सकते थे, और वहां मार्ग भी नहीं था। वह ऐसा सुदूर गांव था कि जहां हम चले, वहां मार्ग बनाया गया।

जब हम मुश्किल से गांव पहुंचे, तब मुख्य कार्यकारी अधिकारी और दूसरे बहुत से मुखियाओं ने हमारा स्वागत किया। हमारे आने से चकित होकर उन्होंने एक आवाज में कहा, “अब तक किसी भी चर्च ने इस घने जंगल में आकर परमेश्वर के वचन का प्रचार नहीं किया।”

मुख्य कार्यकारी अधिकारी दूसरे मुखियाओं से अधिक प्रभावित हुए थे। उन्होंने अपनी वह माला निकालकर हमें उपहार के रूप में दी जो उन्होंने 40 वर्षों तक पहनी थी। उन्होंने कहा कि यह एक प्रतीकात्मक माला है जिसके द्वारा जंगल में जहां कहीं हम जाएं, हमारे साथ मुखिया के रूप में व्यवहार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भले ही कोई उनके साथ न आए, वह चर्च में आएंगे। और वह सच में चर्च में आए और वचन का अध्ययन करने के बाद परमेश्वर की संतान के रूप में फिर से जन्म लिया। वह चाहते थे कि उनके गोत्र में भी सत्य का प्रचार किया जाए। इसलिए 23 अप्रैल रविवार को मनौस सेंट्रो सिय्योन ने उनके लिए एक बाइबल सेमिनार और एक कार्यक्रम की तैयार की।

भले ही बरसात हो रही थी, लेकिन भाई ने नवजात शिशु से लेकर 93 साल के बुजुर्ग तक अपने गोत्र के करीब 150 लोगों को जहाज से और बस से सिय्योन में लेकर आया। उन सभी ने अपने चेहरों पर बड़ी मुस्कान रखते हुए एक–एक करके सिय्योन में प्रवेश किया। वे निश्चित रूप से हमारे स्वर्गीय परिवार के सदस्य थे। भले ही उन्होंने साधारण पोशाक पहने या अलग–अलग प्रकार के और रंगों के पंख और आभूषणों से खुद को सजाया, हमें ऐसा लगा कि वे सब खुद को सर्वोत्तम तरीके से सजाकर आए हैं। यह देखकर हमें अधिक अच्छा लगा।

हमने उनमें से हर एक के लिए “वी लव यू” पुकारा और उनके गले में कैंडी के हार डाले जो हमने बनाए थे। पता नहीं क्यों, यह सब देखकर हमारा गला भर आया। हम महसूस कर सके कि जब माता अपनी खोई हुई संतानों को एक–एक करके गले लगाती हैं, उनको ऐसा लगता होगा।

उन्होंने विभिन्न संगीत वाद्य यंत्र बजाते हुए और अनूठा नृत्य करते हुए हमारे निमंत्रण के लिए अपना आभार व्यक्त किया। दूसरे गोत्रों के मुखियाओं ने जो उस भाई और उसके गोत्र के लोगों के साथ आए थे, यह कहते हुए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया, “हमें माता के चर्च में आमंत्रित करने के लिए आपका धन्यवाद। प्रकृति में सभी जीवों के पास माताएं हैं। हमें माता के पास आने की जरूरत है। माता हमारी मदद करेंगी।”

जब कार्यक्रम चल रहा था, पुरुष व महिला वयस्क से लेकर छात्र तक सभी सदस्य व्यस्त थे। बाइबल सेमिनार के बाद मंदिर में भाई–बहनें उनमें से हर एक को सत्य समझा रहे थे ताकि वे उसे आसानी से समझ सकें। शिक्षण कक्षों में कुछ सदस्य बच्चों की देखभाल करने में व्यस्त थे ताकि कार्यक्रम सुचारू रूप से चल सके, और रसोई घर में उन्होंने भोर से अपने पसीने की बूंदें गिराकर करीब तीन सौ मछलियों को पकाया। वहां बहुत गर्मी हुई होगी क्योंकि उन्होंने रसोई घर का द्वार बन्द करके भोजन पकाया ताकि गर्मी मंदिर में न जा सके। फिर भी वे सभी आनंदित होकर अपने कर्तव्यों को पूरा किया और कहा, “हम आभारी हैं कि सुसमाचार के उपकरण के रूप में हमारा उपयोग किया जा सकता है।”

हमारी एकता के परिणाम में बपतिस्मा की लाइन लग गई। जहाज के समय के कारण उन्होंने अगली बार वापस आने की प्रतिज्ञा की, और उस समय तक 33 बहुमूल्य आत्माओं ने परमेश्वर की संतानों के रूप में जन्म लिया।

अब अमेजन जंगल में परमेश्वर की आराधना करने की जगह का निर्माण किया जा रहा है। दूसरे गोत्रों के मुखिया भी जो कार्यक्रम में आए थे, हमें बाइबल सिखाने और चर्च स्थापित करने के लिए अपने गांवों में बुला रहे हैं। वे अपने पूर्वजों के द्वारा सौंपी गई रीतियों का पालन करते थे और अपने लोक धर्म में विश्वास करते थे। लेकिन अब वे माता परमेश्वर को महिमा देते हैं और चर्च ऑफ गॉड को सच्चे चर्च के रूप में स्वीकार करते हैं। यह देखकर हमारा हृदय द्रवित हो जाता है।

जैसे बाइबल में भविष्यवाणी की गई है, वैसे ही सुसमाचार का कार्य हमारे विचारों के द्वारा नहीं, बल्कि परमेश्वर की इच्छा के द्वारा पूरा किया जाता है। हम एक बार फिर यह महसूस कर सके कि परमेश्वर ने पहले ही से सात अरब लोगों को प्रचार करने के लिए सब कुछ तैयार किया है, और संसार में कोई ऐसी जगह नहीं होगी जहां राज्य के सुसमाचार का प्रचार नहीं किया जाएगा।