यदि हम फसह मनाते हैं, तो क्या हम परमेश्वर की सुरक्षा में रह सकते हैं?

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इन दिनों टीवी पर विपत्तियों को लेकर बहुत सी खबरें आती रहती हैं। शायद इस कारण मुझे अक्सर फसह का स्मरण आता है जो हमें विपत्तियों से बचने के लिए सक्षम बनाता है।
जितना अधिक हम विपत्तियों की खबरें सुनते हैं, उद्धार के संदेश की अहमियत उतनी ही ज्यादा होती है। फसह को अंग्रेजी में “Passover” कहा जाता है जिसका अर्थ है, “पार होना।” जैसे कि फसह का नाम बताता है, यह एक पर्व है जो विपत्तियों को हमारे ऊपर से गुजरने देता है।
क्या कोई ऐसा उदाहरण है जहां फसह मनाने वाले लोग विपत्तियों से बच गए थे?
जरूर! लगभग 3,500 वर्ष पहले उस समय ऐसा मामला हुआ था जब फसह पहली बार मनाया गया था।

तुम्हारा मेम्ना निर्दोष और एक वर्ष का नर हो, और उसे चाहे भेड़ों में से लेना चाहे बकरियों में से। और इस महीने के चौदहवें दिन तक उसे रख छोड़ना, और उस दिन गोधूलि के समय इस्राएल की सारी मण्डली के लोग उसे बलि करें… क्योंकि उस रात को मैं मिस्र देश के बीच में होकर जाऊंगा, और मिस्र देश के क्या मनुष्य क्या पशु, सब के पहिलौठों को मारूंगा; और मिस्र के सारे देवताओं को भी मैं दण्ड दूंगा; मैं यहोवा हूं। और जिन घरों में तुम रहोगे उन पर वह लहू तुम्हारे लिए चिन्ह ठहरेगा; अर्थात् मैं उस लहू को देखकर तुम को छोड़ जाऊंगा, और जब मैं मिस्र देश के लोगों को मारूंगा, तब वह विपत्ति तुम पर न पड़ेगी और तुम नष्ट न होगे। निर्ग 12:5-13

उस बड़ी विपत्ति के दिन जब मिस्र देश में सभी पहलौठे जानवरों और मनुष्यों को मार डाला गया था, केवल उन इस्राएलियों की रक्षा की गई थी जिन्होंने फसह मनाया था।
मैंने तो पहले ही मिस्र में उंडेली गई दस विपत्तियों के बारे में सुना, लेकिन मैंने यह कभी नहीं जाना कि इस्राएली फसह मनाने के द्वारा बचाए गए थे। तो क्या फसह की प्रतिज्ञा सिर्फ उसी समय के लिए लागू रही थी?
फसह का पर्व एक ऐसा पर्व है जिसमें शामिल परमेश्वर की प्रतिज्ञा हर युग में बरकरार रहती है। जब इस्राएल दो राज्यों में विभाजित हुआ था–दक्षिण यहूदा और उत्तर इस्राएल, तब यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने दक्षिण यहूदा में और साथ ही उत्तर इस्राएल में हरकारों को भेजा, ताकि वे फसह मनाएं जिसे लंबे समय से नहीं मनाया गया था। परन्तु उत्तर इस्राएल के लोगों ने उन हरकारों को जो महत्वपूर्ण संदेश लाए थे, ठट्ठों में उड़ाया और उन्हें अपमानित किया। आखिर में सिर्फ यहूदा ने फसह का पर्व मनाया। मैं आपको दिखाना चाहूंगा कि उसका परिणाम क्या हुआ।

… अश्शूर के राजा शल्मनेसेर ने सामरिया पर चढ़ाई करके उसे घेर लिया। तीन वर्ष के बीतने पर उन्होंने उसको ले लिया। इस प्रकार हिजकिय्याह के छठवें वर्ष में जो इस्राएल के राजा होशे का नौवां वर्ष था, शोमरोन ले लिया गया… इसका कारण यह था कि उन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा की बात न मानी, वरन् उसकी वाचा को तोड़ा, और जितनी आज्ञाएं यहोवा के दास मूसा ने दी थीं उनको टाल दिया और न उनको सुना और न उनके अनुसार किया। 2रा 18:9-12

उत्तर इस्राएल जिसने फसह नहीं मनाया था, अन्त में नष्ट हुआ।
तब, क्या यहूदा का राज्य जिसने फसह मनाया था, परमेश्वर के द्वारा सुरक्षित किया गया?
निश्चय ही! परमेश्वर ने स्वयं अपने दूत को भेजा कि वह अश्शूर के सैनिकों को नष्ट करे, जो यहूदा पर हमला करने की कोशिश कर रहे थे।

और यहूदा के घराने के बचे हुए लोग फिर जड़ पकड़ेंगे, और फलेंगे भी… “मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करके इसे बचाऊंगा।” उसी रात में क्या हुआ कि यहोवा के दूत ने निकलकर अश्शूरियों की छावनी में एक लाख पचासी हजार पुरुषों को मारा, और भोर को जब लोग उठे, तब देखा, कि शव ही शव पड़े हैं। 2रा 19:30-35

अगर सैन्य शक्ति के हिसाब से देखा जाए, तो दक्षिण यहूदा उत्तर इस्राएल से ज्यादा कमजोर था। फिर भी यहूदा के लोग अपने राज्य की इसलिए रक्षा कर सके क्योंकि उन्होंने फसह का पर्व मनाया था जिसमें परमेश्वर की प्रतिज्ञा थी।
वाह! मैं नहीं जानती थी कि फसह की शक्ति इतनी महान है।
परमेश्वर की प्रतिज्ञा निश्चित है। अतीत में फसह का पर्व मनाने के द्वारा किस तरह उनकी रक्षा की गई, यह इस युग में रहनेवाले हम लोगों के लिए परमेश्वर की शिक्षा है; परमेश्वर हमसे कहते हैं कि हम फसह मनाने के द्वारा परमेश्वर की सुरक्षा में रहें।

जितनी बातें पहिले से लिखी गईं, वे हमारी ही शिक्षा के लिये लिखी गईं हैं… रो 15:4

वैसे, क्या फसह मनाने का तरीका बदल गया है? अब हम क्यों मेम्नों को बलि नहीं करते?
इस युग में हम फसह मनाने के लिए मेम्नों को बलि नहीं करते। क्योंकि यीशु ने हमें नई वाचा का फसह प्रदान किया है जिसे हम आसानी से मना सकते हैं।

और उसने उनसे कहा, “मुझे बड़ी लालसा थी कि दु:ख भोगने से पहले यह फसह तुम्हारे साथ खाऊं।”… फिर उसने रोटी ली, और धन्यवाद करके तोड़ी, और उनको यह कहते हुए दी, “यह मेरी देह है जो तुम्हारे लिये दी जाती है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।” इसी रीति से उसने भोजन के बाद कटोरा भी यह कहते हुए दिया, “यह कटोरा मेरे उस लहू में जो तुम्हारे लिये बहाया जाता है नई वाचा है।” लूक 22:15, 19-20

चर्च ऑफ गॉड ही एकमात्र ऐसा चर्च है जो बाइबल की शिक्षाओं के अनुसार फसह का पर्व मनाता है। इस चर्च ऑफ गॉड में हम परमेश्वर की इच्छा के अनुसार पूरी तरह से फसह मना सकते हैं।
मैं भी जरूर नई वाचा का फसह मनाऊंगी और सुरक्षित रहूंगी। मैं यह सोचने पर आश्वस्त महसूस करती हूं कि परमेश्वर हमेशा मुझे सुरक्षित रखते हैं।
मुझे खुशी है कि मैं हिजकिय्याह की तरह आपको फसह का पर्व एक साथ मनाने की सलाह दे सका हूं। यह शुभ संदेश बताने की अनुमति देने के लिए मैं परमेश्वर को धन्यवाद देता हूं।