एक बोली जो गलतियों को ढंकती है

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“जुबान अच्छी हो तो राज कराए, बुरी हो तो मुसीबत लाए।”

“जुबान में एक भी हड्डी नहीं होती, लेकिन हड्डियां सबसे ज्यादा यही तुड़वाती है।”

“छड़ी और पत्थरों के घाव भर जाते हैं, लेकिन जुबान के द्वारा मिले हुए घाव जिंदगीभर हरे रहते हैं।’”

जुबान के बारे में बहुत सी कहावतें हैं। उनमें से ज्यादातर आपको इसकी चेतावनी देती हैं कि आपको अपनी बोली पर लगाम रखना चाहिए क्योंकि आपके द्वारा बिना सोचे–समझे कही गई बात आपको संकट में फंसा सकती है। हम अपने आसपास आसानी से यह देख सकते हैं कि किसी के करीब होने की वजह से बिना ज्यादा सोचे–विचारे कुछ बात कहने से या फिर हंसाने के लिए मजाक में कुछ कहने से दुखद परिणाम आता है। एक मामूली सी बात भी अत्यंत बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। तो हम कह सकते हैं कि शब्द दुनिया में किसी भी हथियार से ज्यादा शक्तिशाली है।

इसलिए कि हम सब बहुत बार चूक जाते हैं; जो कोई वचन में नहीं चूकता वही तो सिद्ध मनुष्य है और सारी देह पर भी लगाम लगा सकता है। याक 3:2

आप अभी तक एक सिद्ध व्यक्ति नहीं बने हैं, इसलिए आप अक्सर गलती करते हैं। अवश्य ही यह सबसे उत्तम होगा कि आप बोलने में सावधान रहें और गलती न करें। लेकिन फिर भी, यदि आप गलती करें, तो उसे सुधारने का तरीका है। यदि आपने कुछ गलत किया है, तो स्पष्टता से अपनी गलती को स्वीकार कीजिए और उस व्यक्ति के दुखी मन को समझ लीजिए जिसे आपके कारण गहरी चोट लगी है, और अपनी मान–मर्यादा और आत्मसम्मान पर विचार करने के बजाय उससे ईमानदारी से माफी मांगिए। यही प्रेम है। यही वह प्रेम है, जिसे उन परमेश्वर ने हमें सिखाया है जिन्होंने निष्पाप हो ते हुए भी इतने अधिक पापों से भरे हुए हम पापियों के लिए अपना जीवन दे दिया।