घर के भीतर और बाहर एक जैसा व्यवहार करें!

9,443 बार देखा गया

कुछ परिवारों के मुखिया ऑफिस में अपने सहकर्मियों के साथ स्नेह व मधुरता से पेश आते हैं, लेकिन अपने परिवारों के साथ रूखेपन से पेश आते हैं। कुछ पत्नियां दूसरों के प्रति दयालु और प्रेम से भरी होती हैं, लेकिन अपने परिवारों के प्रति कठोर होती हैं। कुछ बच्चे अपने दोस्तों के साथ विचारशील व समझदार व्यक्ति के जैसा व्यवहार करते हैं, लेकिन अपने परिवारों के साथ नहीं।

यदि आप सोचें, ‘वे समझेंगे क्योंकि हम एक ही परिवार हैं,’ और उनसे बिना ज्यादा सोचे–विचारे कुछ रूखी बात करें या व्यवहार करें, तो इससे उनके दिल को चोट पहुंच सकती है और उन्हें दुख हो सकता है। यह कैसा होगा, यदि इस महीने आप अपने परिवार के साथ ठीक वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप दूसरों के साथ करते हैं? इसका यह मतलब नहीं है कि आपको अपने परिवार के साथ दूरी बनाए रखना है, बल्कि इसका मतलब यह है कि जिस तरह आप दूसरों के साथ पेश आते हैं, वैसे ही आप सावधान होकर अपने परिवारवालों के साथ शिष्ट व्यवहार करें। जब आप घर के भीतर और बाहर एक जैसा व्यवहार करें, तो आप अपने सच्चे स्वरूप को खोज पाएंगे न?

टिप्स
अपने परिवारवालों के साथ घर के मेहमानों की तरह बर्ताव कीजिए।
अपने परिवारवालों के साथ बात करते समय सोचिए कि कोई दूसरा व्यक्ति आपके पास है।
अपने परिवारवालों के सामने ऐसी नकारात्मक बात या कार्य न कीजिए जो आप दूसरों के सामने नहीं करते।
घर के बाहर जब आपको किसी बात पर गुस्सा आए, तो अपने परिवारवालों पर वह गुस्सा न निकाल दीजिए।