एक महीने पहले, जब हम प्रचार कर रही थीं तब एक छोटी लड़की हमारा पीछा कर रही थी। जब हमने दूसरों के साथ परमेश्वर का वचन बांटा, तब उसने ध्यान से सुना। मैंने साचा, ‘वह हमारा पीछा क्यों कर रही है?’ कुछ पल बाद, हम उस अपार्टमेंट परिसर की ओर गईं जहां वह रहती थी। तब वह “मां, मां!” चिल्लाते हुए हमसे आगे दौड़कर गई। फिर मैंने सोचा, “क्या वह हम पर बाधा डाल रही है?”
तब उसकी मां दरवाजे की ओर आई मानो वह हमारा इंतजार कर रही हो। हमने उसे बताया कि स्वर्गीय माता पृथ्वी पर हमें उद्धार देने आई हैं, और आश्चर्यजनक रूप से उसने उसके घर पर हमें आमंत्रित किया। यद्यपि हमारे पास थोड़ा ही समय था, हमने उसे दूसरी बार आनेवाले मसीह और यरूशलेम स्वर्गीय माता के विषय में प्रचार किया।
इस तरह, तब से विटनी और उसकी छोटी बेटी ऐनानिता परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करने लगी। सत्य का अधिक अध्ययन करने के बाद भी, विटनी बप्तिस्मा लेना टाल रही थी। लेकिन, उसकी 8 वर्ष की बटी बपतिस्मा लेना चाहती थी। ऐनानिता ने अपनी मां की अनुमति के साथ, पहले नए जीवन की आशीष को प्राप्त कर लिया। मैं यह सोचकर व्याकूल थी, “वह छोटी है! वह कैसे अकेले अपने विश्वास को बनाए रख सकेगी?”
भले ही बहन ऐनानिता छोटी है, पर उसके पास एक सुंदर और उज्जवल आत्मा है। वह हमेशा परमेश्वर के प्रति उसका धन्यवाद व्यक्त करती है और सिय्योन के शिष्टाचार का पालन करती है। उसकी उत्सुक प्रार्थना और प्रोत्साहन द्वारा उसकी मां विटनी और बड़ी बहन स्टैसी ने भी पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से नए जीवन की आशीष पाई! बहन ऐनानिता के सुंदर आदर्श ने उसके परिवार के हृदय को प्रभावित कर दिया।
इससे मुझे यह एहसास हुआ कि सुसमाचार करते हुए मुझे अपने स्वयं का विचार हटाना चाहिए और पूरी तरह से परमेश्वर पर भरोसा रखना चाहिए। अयोग्य होने पर भी मुझे अधिक अनुग्रह देने और अपने खोए हुए स्वर्गीय परिवार के सदस्यों को खोजने की अनुमति देने के लिए मैं एक और बार पिता और माता का धन्यवाद करती हूं।