अपने भाई–बहनों को खोजना जिन्हें अनन्त जीवन पाने के लिए निश्चित किया गया है
इलोइलो, फिलीपींस से गेनेविएवे एम. होआकिन

जब मैं किसी काम के लिए एक बहन के साथ जा रही थी, मेरी आंखें एक महिला की आंखों से जा मिलीं। उसके द्वारा अनपेक्षित रूप से पूछे गए एक प्रश्न को सुनकर हम रुक गए।
“क्या आप प्रचार कर रही हैं?”
हमें लगा कि वह सत्य का इंतजार कर रही थी। इसलिए हमने दूसरे काम को टाल दिया, और हम उससे बात करने लगीं। जब हमने उससे कहा कि हम चर्च ऑफ गॉड से हैं और हम स्वर्गीय माता के बारे में प्रचार कर रही हैं, तब उसकी आंखों में जिज्ञासा का भाव था।
उसके पति ने भी जो घर की मरम्मत कर रहा था, दिलचस्पी दिखाई, इसलिए हमने तुरन्त उनके साथ बाइबल का अध्ययन करना शुरू किया। वे दोनों स्वर्गीय माता के अस्तित्व, फसह के महत्व, सब्त के दिन की आशीष इत्यादि के बारे में पढ़कर और बाइबल के रहस्य को समझकर बहुत संतुष्ट हुए। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से चर्च जाते हुए भी निराश महसूस करते थे क्योंकि उनकी आत्मिक प्यास नहीं बुझ पाती थी।
उसी वक्त, उन्होंने उस चर्च से जिसमें वे जाते थे, बाहर निकलने का और चर्च ऑफ गॉड में आने का फैसला किया। वे इससे बेहद खुश थे कि उन्होंने उद्धारकर्ता को जान लिया जो उन्हें बचाने के लिए आए, और उन्होंने नया नाम स्वीकार किया। उन्होंने बड़ी उत्सुकता से कहा,
“अब चूंकि हम स्वर्गीय पिता और माता से मिले हैं, तो हमें विश्वास है कि हम स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कर सकेंगे।”
विशेष रूप से सत्य के प्रति बहन रोहदिली का विश्वास बहुत दृढ़ था। जब उसके पिछले चर्च का पादरी उसके घर आया और उससे पूछा कि वह क्यों उसके चर्च में नहीं आती, तब उसने दृढ़ता से जवाब दिया कि वह अब और अधिक सूर्य देवता की उपासना नहीं करना चाहती। और सत्य के विरुद्ध सभी प्रकार की निंदात्मक बातें सुनकर भी, वह जरा भी हिले–डुले बिना दृढ़ रही।
“चाहे आप मुझसे कुछ भी कहें, वह व्यर्थ है। क्योंकि मैंने पहले ही से मसीह को महसूस किया है। मैं बाइबल के सत्य के वचनों और सभी अभिलेखों पर विश्वास करती हूं और मैं बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार पालन करूंगी।”
जब उसने खुद मुझे बताया कि उस दिन की बहस में उसने क्या कहा था, उसकी आवाज दृढ़ विश्वास से भरी थी। यह तो सचमुच अद्भुत बात थी।
जैसे ही उसने सत्य को महसूस किया, उसने प्रचार करना नहीं रोका। उसके परिणामस्वरूप, सिर्फ एक ही महीने के अन्दर उसने सिय्योन में अपने परिवार के साथ–साथ अपने जान–पहचान के लोगों के परिवारों की भी अगुवाई की। जब उसने बड़ी परीक्षा का सामना किया, तब उसने बिल्कुल शिकायत नहीं की। इसके बजाय उसने स्वर्गीय पिता और माता को धन्यवाद दिया जिन्होंने उसे परखे और शुद्ध किए जाने की प्रक्रिया से गुजरने दिया, और उसने अपने पति को प्रोत्साहित किया। वे दोनों सिय्योन में दिन–प्रतिदिन बढ़ रहे विश्वास के साथ बहुत सी आशीषों को इकट्ठा कर रहे हैं, और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे सुसमाचार के महान सेवक बनेंगे।
उन्हें देखकर मुझे एक बार फिर महसूस हुआ कि बाइबल जो कहती है उसे परमेश्वर सचमुच पूरा करते हैं और सुसमाचार के चमत्कार करते हैं। दुनिया में बहुत सी आत्माएं हैं जिन्हें अनन्त जीवन पाने के लिए निश्चित किया गया है भले ही हम इसे नहीं जानते(प्रे 13:47–48)। इसलिए हमें “जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ(मत 28:19–20),” इस वचन का पालन करते हुए हर किसी को जिससे हम मिलते हैं, प्रचार करना चाहिए। तब, किसी दिन हम बहन रोहदिली और उसके पति जैसे अपने स्वर्गीय परिवार के सदस्यों से मिलेंगे। उस खुशी को पाने के लिए आज भी मैं सुसमाचार के कार्य के लिए अपने ऊर्जावान कदम आगे बढ़ाती हूं।