विश्वविद्यालय छात्रों के लिए
Arise & Shine 2019
अतंरराष्ट्रीय बाइबल सेमिनार

8 देशों के विश्वविद्यालय छात्रों ने अपनी विशेषज्ञता के आधार पर लोगों को
परमेश्वर के अस्तित्व का ज्ञात कराया और बाइबल की शिक्षाओं के प्रति जागृत किया

दक्षिण कोरिया

12 जुलाई, 2019 8,904 बार देखा गया

21 जुलाई के गर्मी के दिन पर, नई यरूशलेम फानग्यो मंदिर में विश्वविद्यालय छात्रों के लिए Arise & Shine 2019 अतंरराष्ट्रीय बाइबल सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में उत्साह के साथ सत्य का अध्ययन करनेवाले विदेशी विश्वविद्यालय छात्रों और कोरिया के राजधानी क्षेत्र के युवा वयस्कों सहित 2,200 से अधिक लोग शामिल हुए और न्यूजीलैंड, यूक्रेन, अमेरिका, फिनलैंड, मेक्सिको, मोजाम्बिक, भारत और चिली से आए विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रस्तुतियां दीं।

प्रधान पादरी ने उद्घाटन भाषण में कहा, “अनिश्चित जीवन जी रहे 7 अरब लोगों को जरा सा भी पता नहीं है कि आगे क्या होगा। इसके विपरीत, हम एलोहीम परमेश्वर के द्वारा सिखाए गए और हमने अपने अतीत, वर्तमान और भविष्य के सुनिश्चित उत्तर मिले हैं। आइए हम जाग उठें और उनके लिए सत्य की ज्योति चमकाएं(यश 60:1)।”

गणित, लेखा-शास्त्र और सामाजिक विज्ञान जैसे अपने मुख्य विषयों के आधार पर प्रस्तुतकर्ताओं ने ‘सबसे नया नाम,’ ‘तमाशाई और फर्स्ट पेंगुइन,’ ‘मधुमक्खी के छत्ते में समाया हुआ परमेश्वर का प्रबंध,’ ‘भीड़ के पक्ष में या सत्य के पक्ष में’ आदि शीर्षक के प्रस्तुतियों के जरिए परमेश्वर के अस्तित्व के बारे में आसानी से समझाया। उन्होंने प्रयोग, सांख्यिकी, विडियो, ऐतिहासिक घटनाओं जैसे सामग्रियों का उपयोग करते हुए विभिन्न तरीकों से बाइबल की शिक्षाओं के बारे में बताया और नैतिकता और कर्तव्य-भावना जो ईसाई और विद्वान के पास होना चाहिए, बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किया।

इलोना एलिसा इंकेरी सुओमिन, जो फिनलैंड के हेलसिंकी विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान का अध्ययन करती है, ने कहा, “लोगों और कंपनियों के अपने नाम होते हैं और प्रत्येक नाम का बड़ा प्रभाव होता है। उस उद्धारकर्ता का नाम, जो हमारे आत्मिक जीवन से सीधे संबंधित हैं अति महत्वपूर्ण है और केवल बाइबल ही हमें उस नाम के बारे में सिखाती है। चूंकि हमने बाइबल के द्वारा दूसरों से पहले उद्धारकर्ता को ग्रहण किया है, पूरी दुनिया में उद्धारकर्ता के नाम का प्रचार करना हमारा कर्तव्य है।”

इलियास अमेरिको मासीकम, जो मोजाम्बिक में यूनिवर्सिडे पॉलिटेक्निक में लेखांकन का अध्ययन करता है, ने कहा, “भारी ऋण और ब्याज के कारण जोखिम में पड़े हुए कर्जदारों को राहत देने के लिए ऋण रद्द करने की प्रणाली बाइबल में दिखाई देती है। वह नई वाचा की व्यवस्था है। परमेश्वर ने इसे पाप के कारण अनंत मृत्यु के जोखिम में रह रहे पापियों को बचाने के लिए स्थापित किया। जिस तरह परमेश्वर ने, जो प्रेम हैं हमें बिना किसी मूल्य के बचाया है उस तरह आइए हम 7 अरब लोगों को पापों की क्षमा के मार्ग पर ले आएं।”

जब कभी प्रस्तुतकर्ताओं ने आत्मविश्वास के साथ तार्किक रूप से निष्कर्ष निकाला, तब दर्शकों ने वाहवाही करते हुए ताली बजाई। भाई मुन संग मिन जो कोरिया में होंगिक विश्वविद्यालय में अंग्रेजी शिक्षण विभाग में अध्ययन करता है, ने कहा, “बाइबल हमें केवल परमेश्वर के अस्तित्व के विषय में ही नहीं बल्कि जीवन के सबक के विषय में भी सिखाती है। मेरा शिक्षक बनने का सपना है। मैं छात्रों का मार्गदर्शन करना चाहता हूं ताकि वे किशोरावस्था के नाजुक समय से सुरक्षित रूप से गुजर सकें।”