
यह समाचार सुनने पर कि मोआबी और अम्मोनी लोग मूनियों के साथ यहूदा के विरुद्ध युद्ध आरम्भ करने आ रहे हैं, राजा यहोशापात ने पूरे यहूदा में उपवास का समय घोषित किया। यहूदा के लोग परमेश्वर के भवन में इकट्ठे हुए, और यहोशापात ने नए आंगन के सामने खड़ा होकर प्रार्थना की।
“हे परमेश्वर, आप सभी राष्ट्रों में सभी राज्यों पर शासन करते हैं। अम्मोनी, मोआबी और सेईर के पहाड़ी देश के लोग इस देश में से जिसका अधिकार आपने हमें दिया है, हमें बाहर निकालने के लिए आ रहे हैं। हम लोग उस विशाल सेना के विरुद्ध कोई शक्ति नहीं रखते, और हम नहीं जानते कि क्या करें! परन्तु हमारी आंखें परमेश्वर की ओर लगी हैं।”
तब परमेश्वर का आत्मा मण्डली के बीच यहजीएल नामक एक लेवीय में समाया।
“राजा यहोशापात तथा सभी लोगो, मेरी सुनो! परमेश्वर तुमसे यह कहते हैं: ‘इस विशाल सेना से न तो डरो, न ही परेशान होओ क्योंकि यह तुम्हारा युद्ध नहीं है। यह परमेश्वर का युद्ध है! कल उन लोगों के विरुद्ध जाओ और देखो कि कैसे मैं तुम्हें छुड़ाऊंगा। मैं तुम्हारे साथ रहूंगा।’ ”
जब वे बहुत सवेरे उठकर जंगल की ओर निकल गए, तब यहोशापात ने खड़ा होकर कहा,
“परमेश्वर पर विश्वास रखो, तब तुम अवश्य जीतोगे।”
यहोशापात ने लोगों का सुझाव सुना। तब उसने गायक चुने जो सेना के आगे–आगे चलते हुए परमेश्वर की स्तुति करने वाले थे। ज्यों ही उन लोगों ने गाना गाकर यहोवा की स्तुति आरम्भ की, परमेश्वर ने अज्ञात गुप्त आक्रमण शत्रुओं पर कराया। तब वे एक दूसरे को मारने लगे, जिसके कारण उनका विनाश खुद–ब–खुद हो गया। यह समाचार सभी देशों के सारे राज्यों में फैल गया, और उनके मन में परमेश्वर का डर समा गया। इस प्रकार यहोशापात के राज्य को चैन मिला।
चूंकि यहोशापात और यहूदा के लोग नहीं जानते थे कि उन्हें क्या करना है, और उनके पास ताकतवर दुश्मनों का सामना करने की क्षमता नहीं थी, इसलिए उनकी एकमात्र आशा परमेश्वर थे। इस्राएली केवल परमेश्वर पर निर्भर रहे और इसलिए उन्होंने बिना कुछ कीमत चुकाए एक विशाल संख्या के दुश्मनों के विरुद्ध जीत प्राप्त की।
असहनीय दुखों या परीक्षणों का सामना करते समय, यदि आप स्थिति को बदलने की कोई शक्ति नहीं रखते और यह नहीं जानते कि आपको कैसे उससे उबर पाना है, तो कृपया निराश न होइए। शिकायत किए बिना सभी कार्यों का संचालन करने वाले परमेश्वर पर निर्भर रहते हुए प्रार्थना कीजिए। जब तक परमेश्वर हमारे साथ हैं, तब तक हमें डराने वाली या चौंका देने वाली बात पर हम विजय पा सकते हैं।
“मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्भाले रहूंगा।” यश 41:10