इस गर्मी के मौसम में पचास दिनों तक बारिश हुई। कोरिया मौसम विज्ञान प्रशासन के द्वारा आधिकारिक अवलोकन को शुरू किए जाने के बाद, यह बरसात का मौसम अब तक का सबसे लंबी अवधि का था। इस वर्ष के बरसात के मौसम(1 जून से 15 अगस्त तक) के दौरान, कोरिया में औसत संचयी वर्षा 920 मिलीमीटर थी, जो कि औसत वार्षिक वर्षा की तुलना में लगभग दोगुनी है। इससे 1,000 से अधिक भूस्खलन हुए, घर और दुकान पानी में डूब गए, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में छोटे और बड़े नुकसान हुए, और 18 शहरों और जिलों को विशेष आपदा क्षेत्रों के रूप में नामित किया गया। मूसलाधार बारिश के कारण अक्सर मवेशियों की मौत हुई या तो वे लापता हो गए, और किसान का भी जो अपनी फसलों को भेजने वाले थे बुरी तरह प्रभावित हुए।
परमेश्वर की इस शिक्षा का पालन करते हुए कि, “तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना(मर 12:31),” चर्च ऑफ गॉड के सदस्य कोरिया के चिओरवॉन, नामवन, गोकसेओंग, ग्वांगजू और ग्यूरे जैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गए और उन्होंने निराशा में डूबे पड़ोसियों को सहयोग के हाथ बढ़ाए। चिओरवॉन में, जहां 21 सालों में हानतानगांग नदी के लबालब भर जाने के कारण असैनिक नियंत्रण रेखा के पास के चार गांवों में बाढ़ आ गई थी, चिओरवॉन सिय्योन के सदस्यों ने गालमाल-उप के डोंगमाक-री का दौरा किया उन्होंने घरों के अंदर बहकर आई हुई मिट्टी को झाड़ूओं से साफ करके कुड़े के तसलों से हटाया। उन्होंने गंदे पानी से सने कपड़ों और बिछावनों को रबर के बड़े बास्केट में रखा और उन्हें धुलाकर घरों के आंगन में सुखा दिया।
ग्वांगजू, नामवन, जॉन्जू, और सुनचेओं के सदस्यों ने नामवन और गोकसेओंग में स्वयंसेवा कार्य किया, जो भारी बारिश के कारण समजिनगांग नदी के तटबंध के ढह जाने के बाद जल प्लावित हो गए थे। सबसे पहले, उन्होंने बुजुर्गों की मदद की जिनमें कोई ताकत या यह अंदाजा भी नहीं था कि क्या करना है। इमारतों के लिए जिनके अंदर भारी उपकरण का उपयोग नहीं किया जा सकता, सदस्यों ने कीचड़ को फावड़ियों के साथ हटाकर बालटियों में डाला और वे उन्हें कई बार बाहर ले गए।
चर्च ऑफ गॉड के युवा वयस्क कर्मचारियों का स्वयंसेवा-दल अर्थात् ASEZ WAO के 240 से अधिक सदस्यों ने छुट्टी की सुबह से ही बाढ़ राहत के लिए स्वयंसेवा कार्य किया। 16 अगस्त को, बारिश का मौसम समाप्त होने के बाद शुरू हुई गर्मी की लहर के बावजूद, सदस्यों ने यह उम्मीद करते हुए कि उनके पड़ोसी आशा और सांत्वना पाएंगे, पसीना बहाते हुए कड़ी मेहनत की। हमारे युवा सदस्यों ने ग्वांगजू में सबोंग-डोंग और ग्यूरे में गेसन-री का दौरा किया। उन्होंने टीमों में बटकर घरों और खेतों को बहाल करने का प्रयास किया। खेतों की बहाली टीम ने तेंदू फल के खेत में जो पानी के न निकल जाने के कारण दलदल जैसा हो गया था, तेंदू के पेड़ में उलझे हुए तैरनेवाली वस्तुओं और सड़ी हुई टहनियों को हटा दिया, और मिर्च के खेत में गिरी हुई फसलों को खड़ा कर दिया। कुछ सदस्यों ने ढहे ग्रीनहाउसों को साफ किया। ग्वांगजू की बहन मुन सु जंग जिसने स्वयंसेवा कार्य में भाग लिया, ने कहा, “बाढ़ पीड़ितों को पीड़ित होते देखना दुखद है। मुझे उम्मीद है कि आज की स्वयंसेवा कार्य से उन्हें थोड़ी सी भी मदद मिलेगी।”
अभूतपूर्व बरसात के मौसम के कारण, देश भर में लगातार नुकसान होता है, और बाढ़ से क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में बहाली के कार्य के लिए जन-शक्ति की कमी है। चर्च ऑफ गॉड लगातार राहत कार्य को अंजाम देने की योजना बनाता है, ताकि बाढ़ पीड़ित अपने दैनिक जीवन को जल्द से जल्द बहाल कर सकें।