75वां विदेशी मुलाकाती दल

जीवन के जल का स्रोत, माता के साथ बिताई विशेष ग्रीष्म ऋतु

दक्षिण कोरिया

10 जुलाई, 2019 25,301 बार देखा गया

गर्मियों के दौरान जब हरी पत्तियां पूरी तरह से खिल रही थीं, 75वें विदेशी मुलाकाती दल ने कोरिया का दौरा किया। इस विदेशी मुलाकाती दल का कार्यक्रम 10 जुलाई से शुरू हुआ, और इसमें 41 देशों के 175 चर्चों के 250 से अधिक सदस्य शामिल थे। अधिकांश सदस्य लगभग 20 वर्ष की उम्र के विश्वविद्यालय के छात्र थे जो अपने सपने देखते हुए भविष्य के लिए योजनाएं बना रहे हैं। चूंकि वे सभी महाद्वीपों के कई देशों से आए थे जैसे कि पूर्वी एशिया में मंगोलिया और हांगकांग जो कोरिया से नजदीक हैं, अर्जेंटीना जो कोरिया से पृथ्वी के विपरीत दिशा में है, उत्तर यूरोप में फिनलैंड, और अफ्रीका के दक्षिणी भीतरी प्रदेश में बोत्सवाना, तो उनकी संस्कृतियां, भाषाएं और जातियां सब अलग थीं। बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार, वे सभी जीवन के जल का स्रोत, नई यरूशलेम माता की बांहों में आ गए(यहेज 47:1-9; गल 4:26)।

माता ने दूर देशों से आए हर एक सदस्य के हाथ थामे। माता उनसे मिलकर बहुत खुश हुईं और कहा कि वह उन्हें बहुत याद करती थीं। हर आराधना और कार्यक्रम के दौरान माता ने प्रार्थना की कि उनके भविष्य में आशीष बनी रहे। माता ने उन विदेशी सदस्यों से, जो पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी करते हुए व्यस्त रहने पर भी सुसमाचार के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, कहा, “आप सभी उत्साह के साथ खुद को बलिदान करते हुए पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। प्रेरित पौलुस ने नई वाचा और उद्धार के अनुग्रह के मूल्य को महसूस करने के बाद बिना थके स्वयं को सुसमाचार कार्य के लिए समर्पित कर दिया। उसकी तरह, आइए हम परमेश्वर के प्रेम को महसूस करें जिन्होंने पापियों के लिए मृत्यु का दर्द सहन किया ताकि हम पापों के प्रलोभन में न पड़ें या कष्टों में हार न मानें। आइए हम अंत तक आत्माओं को बचाने के लिए प्रयास करें (कुल 3:1; याक 4:4; सभो 2:7–11)।”

प्रधान पादरी किम जू चिअल ने एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “यहोशू और गिदोन के समय में, परमेश्वर के लोगों ने अपने शत्रुओं पर विजय तब प्राप्त की जब वे सभी परमेश्वर के वचन की आज्ञाकारिता में एक साथ चिल्लाए।” और उन्होंने सात अरब लोगों को प्रचार करने के सुसमाचार का विजन उनके हृदयों में बोया और कहा, “आइए हम उठें और सत्य की ज्योति को एक साथ चमकाएं ताकि हम सभी जातियों के लोगों को परमेश्वर की ओर फिरा सकें और ‘सब जातियों के लोगों को चेले बनाओ, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ,’ यीशु की इस आज्ञा को पूरा कर सकें (यहो 6:1-5; न्याय 7:1-21; मत 28:18-20; यश 60:1-5; रो 8:16-18)।”

माता की विशेष देखभाल और कोरियाई सदस्यों के प्रेम और विचारशीलता के साथ, जिन्होंने जहां भी वे गए, “वी लव यू!” कहकर उनका स्वागत किया, विदेशी सदस्यों ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया जैसे कि स्थानीय चर्चों और चर्च ऑफ गॉड इतिहास संग्रहालय का दौरा करना, विश्वविद्यालय छात्रों के लिए Arise & Shine 2019 अतंरराष्ट्रीय बाइबल सेमिनार में भाग लेना, इत्यादि। ओकछन गो एन्ड कम प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम के द्वारा, उन्होंने कोरियाई युवा वयस्क और छात्र सदस्यों के साथ सुसमाचार का विजन साझा किया। अमेरिका के एनवाई के न्यू विंडसर से आई बहन पाओला रेंडन ने कहा, “इस यात्रा के द्वारा, मुझे फिर से महसूस हुआ कि मैं अकेली नहीं हूं। प्रेममय पिता और माता की संतान के रूप में, जब हम सभी अपनी परिस्थितियों में मिशन को पूरा करने की पूरी कोशिश करते हैं, तो हम आसानी से सात अरब लोगों को प्रचार करने का मिशन समाप्त कर सकेंगे।” भारत के पुणे से आए भाई रॉकी फर्नांडेस ने कहा, “कई देशों के युवा वयस्क सदस्यों के साथ कार्यक्रमों का पालन करते हुए, मैंने सुसमाचार के प्रति उनका गर्म जोश और मिशन को पूरा करने के लिए उनका दृढ़ संकल्प महसूस किया। मुझे आत्मविश्वास हुआ कि यदि हम उनके साथ कार्य करें तो हम जल्दी ही दुनिया के सभी लोगों को प्रचार कर सकते हैं।” उस नए गीत ने, जो उन्होंने अपने देशों के लिए रवाना होने से पहले अंतिम आराधना के दौरान कोरियाई भाषा में गाया था, सात अरब लोगों को प्रचार करने के मिशन को पूरा करने के लिए उनका दृढ़ संकल्प और उत्साह दिखाया:

“हे, सिय्योन के तारो! भोर की ओस के समान युवाओ! जाग उठो, प्रकाशमान हो! माता की महिमा फैलाओ! एलोहीम, परमेश्वर, ने हमें सब सामर्थ्य दी है। आओ, हम जाग उठें, हे जवानो, जाग उठो!”