चर्च ऑफ गॉड विश्वविद्यालय छात्र स्वयंसेवा दल ASEZ ने प्रोत्साहन अभियान का संचालन किया

आइए हम कोविड-19 से एक साथ उबरें!

12 मई, 2020 10,781 बार देखा गया

कोरोना की परिस्थिति लंबे समय तक चलते हुए, प्रतिबंधित गतिविधि और संक्रमण के खतरे की चिंता के कारण अधिक से अधिक लोग थकान और तनाव की शिकायत कर रहे हैं। जब एक दूसरे की परवाह और ईमानदार सहायता की आवश्यकता होती है, तब चर्च ऑफ गॉड विश्वविद्यालय छात्र स्वयंसेवा दल ASEZ ने कोविड-19 से थके-हारे लोगों को हस्तलिखित पत्रों और उपहार बॉक्सों से आशा और प्रोत्साहन देने के लिए प्रोत्साहन अभियान का संचालन किया।

1 अप्रैल से शुरू करके 12 मई तक, कोरिया विश्वविद्यालय, होंगिक विश्वविद्यालय, बुसान राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, ग्वांगजु स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय और डेगू हानि विश्वविद्यालय जैसे कोरिया के विभिन्न विश्वविद्यालयों से ASEZ के लगभग 2,000 सदस्यों ने इन संदेशों के साथ ईमानदारी से पत्र लिखकर अभियान में भाग लिया कि “मेरी आशा है कि यह हालात शीघ्र ही सुधर जाएगी और हर एक के मन में गरम वसंत ऋतु आएगा” और “इस कठिन दौर के अंत तक मैं हमेशा आपको प्रोत्साहित करूंगा।” उपहार बॉक्सों के अंदर बिस्कुट, विटामिन पेय, खाद्य पूरक के साथा-साथ मास्क और हेंड सेनिटाइजर जैसी दैनिक आवश्यक वस्तुएं थीं। सामाजिक दूरीकरण के कारण, छात्र ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं, इसलिए व्यक्तिगत रूप से मिलने के बदले, उन्होंने फोन या इंटरनेट के माध्यम से संचार करते हुए अपनी भूमिका अदा की।

उनकी गर्मजोशी लगभग 8,200 लोगों तक पहुंची: चिकित्सीय संस्थानों और कोरिया रोग नियंत्रण व रोकथाम केंद्र के चिकित्सा कर्मचारी और अधिकारी जैसे कि राष्ट्रीय चिकित्सीय केंद्र, कोरियाई चिकित्सीय संघ और डेगू चिकित्सीय केंद्र; और सरकारी एजेंसियों और नगर पालिकाओं के अधिकारी जैसे कि चांगवन में कोविड-19 के प्रतिरोध में आपातकालीन ऑपरेशन केंद्र और ग्वांग्जू नामगू फायर स्टेशन; सेल्फ-क्वारंटाइन में रह रहे नागरिक, विदेशी छात्र, और अकेले रह रहे वरिष्ठ नागरिक।

कोरिया के बारह देशों में भी इस हार्दिक अभियान को निरंतर अंजाम दिया गया। यूनाइटेड किंगडम में क्रिएटिव आर्ट्स के लिए विश्वविद्यालय और लंदन के क्वीन मैरी विश्वविद्यालय, थाइलैंड में रामखामेंग विश्वविद्यालय, जापान में क्योटो तचिबाना विश्वविद्यालय, भारत में अरिहंत कॉलेज ऑफ आर्ट्स, कॉमर्स एंड साइंस, मलेशिया में IACT कॉलेज और UCSI विश्वविद्यालय, पेरू में सैन मार्कोस का राष्ट्रीय विश्वविद्यालय और फिलीपींस में लगुना राजकीय पॉलिटेक्निक विश्वविद्यालय के छात्रों ने हस्तलिखित पत्रों और उपहार सेट्स के साथ स्वास्थ्य कर्मियों और संबंधित अधिकारियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। मेक्सिको में राष्ट्रीय स्वायत्त विश्वविद्यालय और अमेरिका में सैन डिएगो मिरामार कॉलेज के छात्रों ने डाक के द्वारा स्व-संगरोध में रह रहे रोगियों और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को सांत्वना के पत्र और दैनिक आवश्यकताएं भेजीं। साथ ही, अमेरिका में सॉल्ट लेक कम्युनिटी कॉलेज के सदस्यों ने सॉल्ट लेक काउंटी शेरिफ कार्यालय को जो अपने स्थानीय निवासियों की सुरक्षा के लिए काम करता है, 600 हस्तनिर्मित फेस मास्क दिए। जेल में संक्रामक बीमारी के फैलने से संघर्ष कर रहे कर्मचारियों ने आभारी होकर कहा, “यह हमारे कार्य संपादन के लिए बड़ा मददगार होगा।”

स्वास्थ्य कर्मियों और संगरोध के अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के छात्र सदस्यों से प्रोत्साहित होकर धन्यवाद के पत्रों और प्रमाणपत्रों के साथ अपना आभार व्यक्त किया। कुछ संस्थानों ने स्वयंसेवकों से पत्र और उपहार सेट पाकर खुश हो रहे अपने सदस्यों की तस्वीरें अपने वेबसाइट पर पोस्ट की। कोरिया के कांगनुंग में स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर किम सु मीन ने कहा, “लंबे समय तक कोरोना की स्थिति के कारण, न केवल रोगी और नागरिक बल्कि स्वास्थ्य कर्मी भी संघर्ष कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के छात्रों को भी अपने शिक्षाविदों पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो रही है। इसके बावजूद, आप हमें हस्तलिखित पत्रों के साथ प्रोत्साहित कर रहे हैं, और यह वास्तव में उत्साहजनक है।” कोरिया के यनसे विश्वविद्यालय से भाई कांग ह्यंग गोन ने कहा, “मैंने कोविड-19 से जूझ रहे लोगों को आशा और प्रोत्साहन देने के लिए इस अभियान में भाग लिया। मेरा यह मानना ​​है कि अगर हम सब मिलकर काम करें तो इस संकट से उबर पाएंगे।”