बाइबल के वचन
बाइबल हमें उद्धार पाने में बुद्धिमान बनाती है(2तीम 3:15)। आइए हम इससे परमेश्वर की सच्ची इच्छा सीखें।
यीशु सर्वशक्तिमान परमेश्वर हैं, फिर भी वह क्यों मनुष्य के रूप में आए?
परमेश्वर जब भी चाहें, वह अवश्य ही मनुष्य के रूप में प्रकट हो सकते हैं। क्योंकि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास ऐसी शक्ति है कि वह शरीर रूप का धारण कर सकते हैं या उसे उतार सकते हैं। फिर क्यों परमेश्वर एक कमजोर बालक और पुत्र के रूप में स्वयं पृथ्वी…
दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो यीशु की इच्छा पर चलने का दावा करते हैं। तब, ऐसा क्यों है की वे यीशु के स्थापित नई वाचा को नहीं रखते?
यीशु का इस पृथ्वी पर आने का उद्देश्य मनष्यों को अनंत जीवन देना है जो अपने पापों के कारण मृत्यु के बाध्य हैं। हमें उद्धार की ओर नेतृत्व करने के लिए, यीशु ने फसह के दिन पर वई वाचा को स्थापित किया और क्रूस पर अपना लहू बहाते हुए, हमारे…
फसह
यीशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच सच कहता हूं कि जब तक तुम मनुष्य के पुत्र का मांस न खाओ, और उसका लहू न पीओ, तुम में जीवन नहीं।“यूह 6:53 फसह का पर्व वह पर्व है, जिसके द्वारा विपत्ति हमें छोड़कर गुजर जाती है। यह पर्व पवित्र कैलेंडर…
झूठा दोष
1.कसदियों ने दानिय्येल के तीन साथियों पर दोष लगाया बेबीलोन के राजा, नबूकदनेस्सर ने घोषणा की कि जो मुंह के बल गिरकर सोने की मूर्ति को दण्डवत् न करेगा वह उसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे में डाल दिया जाएगा। इसके…
एक ही बात आवश्यक है
मार्था नामक एक स्त्री ने यीशु को अपने घर में आमंत्रित किया। यीशु वचन सिखाने लगे, तब मार्था की बहन मरियम प्रभु के चरणों में बैठकर, जो कुछ वह कह रहे थे उसे सुन रही थी। मार्था को उनकी सेवा…
जैसा बाप, वैसा बेटा
1920 में, एक महिला ने दावा किया कि वह रूस की आखिरी राजकुमारी अनास्तासिया थी। यह बोल्शेविक क्रांति के दौरान रूस के शाही परिवार की निर्दयतापूर्वक हत्या के दो साल बाद था। अनास्तासिया रूस के अंतिम सम्राट निकोलस द्वितीय की…
मसीह आन सांग होंग का आगमन
2,000 वर्ष पहले, मानवजाति को बचाने के लिए यीशु का जन्म इस पृथ्वी पर हुआ था। 30 वर्ष की आयु में उनका बपतिस्मा हुआ था, और उन्होंने लगभग साढ़े तीन सालों की अपनी सेवकाई के दौरान नई वाचा के सुसमाचार…
क्यों चर्च ऑफ गॉड सच्चा चर्च है?
दुनिया में कई अलग–अलग प्रकार के चर्च और ईसाई संप्रदाय हैं, लेकिन सच्चे चर्च को खोजना कठिन है जो प्रथम चर्च के नमूने के अनुसार मसीह की शिक्षाओं का पालन करता है। लेकिन, बहुत से ईसाई यह नहीं जानते; वे…
परमेश्वर हमें देखते हैं
बाइबल की भविष्यवाणी के अनुसार परमेश्वर का वचन दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है। चूंकि सत्य इतनी जल्दी से प्रचार किया जा रहा है, तो ज्यादा से ज्यादा लोग सिय्योन में इकट्ठा हो रहे हैं। इसलिए, अब भी…
हमारी आत्मा का उद्धार, अनन्त जीवन को खोजो
बाइबल हमें कहती है कि हमारे विश्वास का प्रतिफल हमारी आत्माओं का उद्धार है(1पत 1:8)। यदि हम परमेश्वर पर विश्वास करते हुए भी उद्धार पाने में नाकाम रहें, तो हमारा विश्वास व्यर्थ है और हम किसी और की तुलना में…
स्वर्गीय माता ने हमारा भाग्य बदला है
सुसमाचार अब तेजी से दुनिया भर में फैलाया जा रहा है। जैसे बाइबल में भविष्यवाणी की गई है, खोए हुए स्वर्गीय परिवार के सदस्यों को खोजने का उद्धार का कार्य दुनिया में कोलाहल मचा रहा है, और जहां कहीं हमारे…
उद्धार के कार्य को पूरा करने की शक्ति का स्रोत
हमारे भाई और बहनें विश्वास में एक मन होकर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। परिणाम स्वरूप, दुनिया भर में 7,000 से अधिक सिय्योन अब स्थापित हुए हैं। उद्धार के इस अद्भुत कार्य को देखकर, कुछ सोच सकते हैं कि यह…
आइए हम परमेश्वर को पवित्र आराधना चढ़ाएं
आराधना परमेश्वर का भय मानने और उनकी उपासना करने के लिए महत्वपूर्ण कारक है, जिसे कभी छोड़ा नहीं जा सकता। आराधना के द्वारा परमेश्वर के लोग अपने सभी पापों की क्षमा और पवित्रता की आशीष प्राप्त करते हैं, और परमेश्वर…
तेरा विश्वास बड़ा है
जब यीशु सूर और सैदा के प्रदेश में आया, एक अन्यजाति स्त्री यीशु के पांवों के पास गिरी और ऊंची आवाज से चिल्लाकर कहा। “हे प्रभु! दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कीजिए! मेरी बेटी को दुष्टात्मा बहुत सता रहा…
मैं तुझे भेजता हूं कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र से निकाल ले आए।
यह तब हुआ जब मूसा जो भेड़-बकरियों को चराता था, होरेब पर्वत के पास गया। मूसा ने एक कटीली झाड़ी को जलते हुए देखा जो भस्म नहीं हो रही थी, और वह उसके निकट गया। तब परमेश्वर ने कहा, “मैं…
हमें कैसे प्रार्थना करनी चाहिए?
प्रार्थना परमेश्वर और हमारे बीच एक आत्मिक बातचीत है। हमें परमेश्वर के अस्तित्व पर दृढ़तापूर्वक विश्वास करना चाहिए और इस पर विश्वास करते हुए कि परमेश्वर जो हम मांगते हैं उसे हमें देंगे, अपने पूरे मन और पूरे हृदय से…
क्यों हम प्रार्थना करते हैं?
हमारे प्रार्थना करने का कारण क्या है? कुछ लोग बिना उद्देश्य के अनिश्चित प्रार्थना करते हैं। लेकिन, यदि हम प्रार्थना करने के कारण और उद्देश्य को जानते हैं, तो हम और अधिक सच्चे दिल से प्रार्थना कर सकते हैं। आइए…
प्रार्थना क्या है?
प्रार्थना परमेश्वर से आशीष मांगने की एक विधि है। प्रार्थना में हम सिर्फ आशीष नहीं, बल्कि जब हमारे सामने कठिनाइयां आती हैं, सहायता भी मांगते हैं। दूसरों से सहायता लिए बिना, हमारे लिए इस संसार में जीवन जीना मुश्किल है।…
क्यों हमें परमेश्वर के वचन का अध्ययन करना चाहिए
क्यों हमें परमेश्वर के वचन का अध्ययन करना चाहिए? आइए हम बाइबल के द्वारा इसके कारणों को जानें। 1. हमारी आत्मा के जीवन के लिए परमेश्वर का वचन आत्मिक भोजन है। यीशु ने कहा कि हम परमेश्वर के वचन से…
क्यों सदस्यों को एक दूसरे की सेवा करनी चाहिए
परमेश्वर ने हमसे “सेवा करनेवाले” बनने को कहा है। हम, स्वर्गीय संतानों को परमेश्वर की शिक्षा को अभ्यास में लाकर परमेश्वर को प्रसन्न करना चाहिए। आइए हम, बाइबल के द्वारा इसका कारण देखें कि हमें एक दूसरे की सेवा क्यों…
हमें एक दूसरे के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए?
परमेश्वर तब प्रसन्न होते हैं जब उनकी संतानें एकजुट होती हैं(भज 133:1; फिल 2:1-2)। हालांकि, यदि हम एक दूसरे के साथ असभ्य व्यवहार करते और एक दूसरे के प्रति विचारशील नहीं रहते, तो एक बनना मुश्किल होगा। इसलिए, हमें प्रेम…
क्यों हमें धीरज रखना चाहिए
हमारे विश्वास के जीवन में, क्यों हमें धीरज रखना चाहिए? आइए हम बाइबल के द्वारा कारणों को जानें। 1. उद्धार पाने के लिए “भाई, भाई को और पिता पुत्र को, घात के लिए सौंपेंगे, और बच्चे माता-पिता के विरोध में…
मैं तुझे स्वर्ग के राज्य की कुंजियां दूंगा
यीशु ने कैसरिया फिलिप्पी के प्रदेश में आकर अपने चेलों से पूछा, "लोग मुझे क्या कहते हैं?" "कुछ तो यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला कहते हैं, और कुछ एलिय्याह!" "कुछ यिर्मयाह या भविष्यद्वक्ताओं में से कोई एक कहते हैं!” चेलों के जवाब…